छत्तीसगढ

बचपन से लेकर युवा पीढ़ी तक समग्र विकास की अवधारणा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में प्रस्तुत किया गया था: अनुसुईया उइके

रायपुर, 20 अक्टूबर। राजधानी में मंगलवार को ‘नई शिक्षा नीति-2020: हितधारकों के विचार’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके भी शामिल हुई। राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पब्लिकेशन ब्यूरो और धर्मशाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। राष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित करते हुए राज्यपाल उइके ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में युवा पीढ़ी के बचपन से समग्र विकास की संकल्पना प्रस्तुत की गई है, जिससे वे शैक्षणिक और कौशल विकास की दृष्टि से सुयोग्य बन कर जीवन में चहुंमुखी प्रगति कर सकें। साथ ही एक संवेदनशील इंसान भी बन सकें।
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि इस नीति में शिक्षा और शोध की गुणवत्ता को भी अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ढालने की कोशिश की गई है, जिससे विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के बजाय अपने देश में ही उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त कर सकें। राज्यपाल ने कहा कि प्राचीन समय से भारत बौद्धिक रूप से पूरे संसार को मार्गदर्शन देता रहा है और असली ताकत रही है, जिसे पूरे विश्व ने स्वीकारा है। यह हमारी शिक्षा की वजह से ही हो पाया है।
राज्यपाल उइके ने कहा कि नई शिक्षा नीति वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में आवश्यकतानुसार परिवर्तन करते हुए सभी को नए परिवेश में स्थापित करने के लिए तैयार करेगी। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने जो नई शिक्षा नीति-2020 की संकल्पना दी है, वह आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में सहायक सिद्ध होगी।

राज्यपाल ने दिए सुझाव

राज्यपाल ने कहा कि कृषि जो भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती रही है, उसे भी शिक्षा की मुख्यधारा में और महत्व का स्थान देने के लिए देश में कृषि प्रौद्योगिकी पार्क खोलने की संस्तुति की गई है, जिससे पारंपरिक कृषि को और ज्यादा वैज्ञानिक रूप दिया जा सके। राज्यपाल ने सुझाव देते हुए कहा कि जहां पर जनजातियों की संख्या ज्यादा है, वहां पर उनकी बोली भाषाओं में शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। साथ ही स्थानीय स्तर पर उस भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति भी की जानी चाहिए।
वेबिनार में रायपुर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलदेव भाई शर्मा, हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कुलदीप चंद अग्निहोत्री, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की महासचिव पंकज मित्तल और पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के कुलपति प्रोफेसर राजकुमार ने भी संबोधन दिया। इस अवसर पर संगोष्ठी के संयोजक प्रोफेसर मनोज कुमार सक्सेना, कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय के कुलसचिव आनंद शंकर बहादुर, आयोजन सचिव शाहिद अली समेत अन्य विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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