भाजपा घोषणा कर किसान आंदोलन नहीं कर सकी सिर्फ खाना पूर्ति : कांग्रेस
रायपुर, 15 सितंबर। कांग्रेस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का किसान आंदोलन उसके बाकी आंदोलन की भांति फ्लाप हो गया। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा ने पांच दिन पांच मुद्दे पर आंदोलन की घोषणा कर कार्यक्रम जारी किया था।
जिसके अनुसार 13 और 14 सितंबर को किसानों के मुद्दों पर भाजपा प्रदेश और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने वाली थी लेकिन भाजपा न 13 सितंबर को प्रदेश व्यापी आंदोलन कर पायी 14 सितंबर को जिलों में भाजपा किसान के मुद्दे पर प्रदर्शन भी सिर्फ खानापूर्ति था।
भाजपा की इन आंदोलन की विफलता से एक बार फिर से साबित हो गया कि छत्तीसगढ़ का किसान भाजपा के बहकावे में कहीं आने वाले एक ओर जहां भाजपा की केन्द्र सरकार किसानों के खिलाफ तीन काले कानून बनाई है।
जिसके विरोध में पिछले 10 माह से किसान सड़कों पर है। मोदी सरकार किसानों की मांग मानने के बजाय किसानों पर लाठियां चलवाती है। छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी उपज कर पूरी कीमत मिल रही है। छत्तीसगढ़ के किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रति एकड़ 9000 रू. की सहायता मिल रही।
राज्य के भूमिहीन किसानों को भी कांग्रेस सरकार 6000 रू. की सहायता दे रही है। छत्तीसगढ़ के किसान कर्ज मुक्त होने के साथ-साथ अपने मवेशियों के गोबर की भी कीमत पा रहे है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के किसान भाजपा के किसान आंदोलन की नौटंकी को भली भांति समझ रहे है।
छत्तीसगढ़ के किसान भाजपा के पन्द्रह सालों के वायदा खिलाफी को भूले नहीं है कैसे भाजपा ने तीनो चुनावों में बोनस का वायदा कर नहीं दिया और न ही 2100 रू. धान की कीमत देने का वायदा कर नहीं दिया था। विपक्ष में आने के बाद भाजपा किसानों की हितैषी बनने का ढोंग रच रही है।