भाजपा ने बंगाल मुख्य सचिव के केएमसी के सचिवों के बोर्ड अध्यक्ष पद पर खुद को नियुक्त किए जाने पर उठाए सवाल
कोलकाता, 24 मई। बंगाल सरकार ने कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के कामकाज की देखरेख के लिए राज्य के शीर्ष विभागों के सचिवों की एक कमेटी (बोर्ड) गठित की है। सचिवों की यह कमेटी निगम के कामकाज की देखरेख करेगा। खास बात है कि इस कमेटी को गठित करने को लेकर राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंधोपाध्याय की ओर से जो अधिसूचना जारी की गई है, उसमें उस कमेटी के चेयरमैन के रूप में खुद उन्हीं का नाम है। अब भाजपा ने इसी को लेकर सवाल उठाए हैं कि मुख्य सचिव ने खुद को ही सचिवों के बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त कर लिया है और उन्हीं के हस्ताक्षर से यह आदेश जारी किया गया है।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस पर सवाल उठाते हुए ममता सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने आदेश की कॉपी टैग करते हुए ट्विटर पर लिखा, यह ममता बनर्जी के नेतृत्व में ही बंगाल में हो सकता है। बंगाल के मुख्य सचिव ने खुद को सचिवों के बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया है जो अब कोलकाता नगर निगम की देखरेख करेगा। मालवीय ने आगे सवाल उठाते हुए पूछा- क्या यह फिरहाद हकीम की अध्यक्षता वाले दीदी के बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर का स्थान लेगा।
गौरतलब है कि कोलकाता नगर निगम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद राज्य सरकार की ओर से करीब एक साल से बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त कर निगम का कामकाज चलाया जा रहा है, जिसके प्रमुख फिरहाद हकीम है। इस बीच नारद एक्टिंग कांड में हकीम की गिरफ्तारी के बाद अब राज्य सरकार ने निगम के कामकाज को देखने के लिए अलग से सचिवों की एक कमेटी बनाई है। इसका चेयरमैन मुख्य सचिव अलापन बंधोपाध्याय को बनाया गया है। वहीं, गृह सचिव एसके द्विवेदी एवं शहरी विकास व नगरपालिका विभाग के प्रधान सचिव खलील अहमद को इस कमेटी का सदस्य बनाया गया है। राज्य सरकार ने 20 मई को यह नियुक्ति की है।