छत्तीसगढ

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया, कोरोना महामारी संकटकाल में जिम्मेदारियों से भाग रही है भाजपा

रायपुर, 19 जुलाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि सरकार देश की अन्य राज्य सरकारों की तुलना में कोरोना महामारी नियंत्रित करने के उपायों को शुरू करने एवं सख्ती से पालन कराने में अग्रणी है। छत्तीसगढ़ में मार्च महीना में ही दो दिन की लॉक डाउन की घोषणा हुई उसके बाद मोदी सरकार नींद से जागी और कोरोना महामारी का फैलाव रोकने देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की। मोदी सरकार कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी के महामारी संकट को लेकर दी गई सूचना और जानकारी पर तत्काल अमल करती तो कोरोना महामारी के प्रभाव से देश अछूता रहता।उस दौरान पूरी भाजपा और मोदी सरकार नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम एवं शिवराज की राजतिलक करने मध्यप्रदेश में जनता की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के षड्यंत्र शामिल थे। रमन सरकार के 15 साल के शासन काल में छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर थी हॉस्पिटल की बिल्डिंग तो बना दिया गया लेकिन पर्याप्त संख्या में चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ की भर्ती नहीं की गई मेडिकल संसाधनों की कमी रही। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार 15 साल से लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी में लाने कारगर उपाय कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान से स्पष्ट हो गया कोरोना महामारी संकटकाल में भाजपा सहयोग करने के बजाए मात्र आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर जिम्मेदारियों से भाग रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय राज्य की जनता को बताएं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा कोरोना महामारी नियंत्रित करने किये जा रहे युद्ध स्तर पर कारगार उपायों में भाजपा के 9 सांसद और 14 विधायकों ने क्या सहयोग किया?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय राज्य सरकार पर आरोप लगाने के पहले कोरोना नियंत्रित करने में असफल भाजपाशासित राज्यों का अवलोकन कर ले। जहां कोरेना महामारी नियंत्रित करने की उपायों की कमी है बदतर हालात पर क्वॉरेंटाइन सेंटर हैं प्रवासी मजदूरों के रहने खाने रोजगार की व्यवस्था नहीं है। कोविड-19 अस्पतालों की कमी है।प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात की हालत सबसे ज्यादा खराब है। उत्तर प्रदेश बिहार कर्नाटक हरियाणा मध्य प्रदेश आसाम दिल्ली तो भगवान भरोसे है। भाजपा शासित राज्यों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ कोरोना महामारी नियंत्रित करने के उपायों को कठोरता से लागू करने के कारण कई गुना बेहतर स्थिति में है। छत्तीसगढ़ में पांच लाख से अधिक प्रवासी मजदूर वापस आए हैं जो 20,000 से अधिक क्वॉरेंटाइन सेंटर पर 14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि को पूरा कर सकुशल घर लौट गए हैं।छत्तीसगढ़ में अब तक 4964 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जिसमें 3512 संक्रमण मुक्त हो गए हैं।छत्तीसगढ़ में 141 कोविड- केयर सेंटर में 21500 से अधिक बेड की व्यवस्था है जिसमें आईसीयू बेड भी शामिल है।पर्याय मात्रा में पीपीई किट,कोरोना टेस्टिंग की जा रही है।कोरोना से बचने फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने मास्क लगाने एवं हाथों को धोने जैसे जागरूकता अभियान चलाने में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल है।

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