छत्तीसगढ

मम्मी स्पेशल स्टोरी: कर्तव्य परायण माताओं का हुआ सम्मान, लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की कर रही सेवा

रायपुर। कहते हैं मां में ही पूरा संसार समाया होता है और मां यदि चाहे तो मुश्किल दौर भी आसान हो सकता है। राजधानी की कुछ माताओं ने इसे चरितार्थ कर दिया है। यह ना सिर्फ अपने बच्चों की परवरिश कर रही हैं, बल्कि कोरोना संक्रमण के दौरान समुदाय की भी सेवा कर अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रही हैं। ऐसी ही 8 माताओं को मदर्स डे या मातृत्व दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया।

सम्मान पाने वाली सभी महिलाएं सामान्य दिनों में अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करती हैं। कुछ लघु उद्योग चलाकर अन्य महिलाओं को भी आर्थिक सहायता पहुंचाती हैं, तो कुछ महिलाएं सिलाई-कढ़ाई आदि के जरिए परिवार चलाने में सहयोग करती हैं। परंतु कोरोना संक्रमण की वजह से हुए लॉकडाउन में सभी एक होकर जरूरतमंदों का सहयोग कर रही हैं। इन माताओं को महिला सशक्तिकरण पर कार्य करने वाली सामाजिक संस्था संभावना फाउंडेशन ने सम्मानित किया। संस्था की अध्यक्ष सुमन यादव ने बताया कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में संस्था के सदस्य जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। ऐसे में राजधानी की कुछ माताएं भी हैं जो बिना किसी लोभ  के हमारे इस प्रयास में अपना योगदान दे रही हैं। मातृत्व दिवस से मौके संस्था की ओर से उन माताओं का सम्मान किया गया। सम्मान पाने वालों में उमा यादव, राधा धनकर, मीना, आरती मल्लिक, पुनिया यादव, लीना और बदम। लॉकडाउन और सामजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए, इन महिलाओं को एक जगह बुलाया गया जहाँ पर संस्था की कुछ महिलाएं भी पहुंची और नारियल देकर उनका समान किया ।

70 वर्षीय मां का सम्मान- सम्मान पाने वाली माताओं में 70 वर्षीय रामावती यादव भी शामिल हैं। टिकरापारा रायपुर निवासी रामावती बड़ी और पापड़ बनाती हैं और अपने साथ ही आस-पास की अन्य महिलाओं की भी आर्थिक मदद करती हैं। लॉकडाउन के दौरान रामावती जरूरतमंद महिलाओं को भोजन करवाने और  खाना वितरण में सक्रिय हैं। रामावती कहती हैं ईश्वर ने उन्हें मदद करने का मौका दिया है तो अपने कर्तव्य का निर्वहन मरते दम तक करती रहूंगी।

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