महिला दिवस पर ब्रेस्ट स्क्रीनिंग कराने पहुंची महिलाओं ने दिया जागरूकता का परिचय
रायपुर, 8 मार्च। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के सर्जरी विभाग में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित ब्रेस्ट स्क्रीनिंग ओपीडी में जागरूकता का परिचय देते हुए करीब 40 महिलाओं ने अस्पताल पहुंच कर ब्रेस्ट स्क्रीनिंग सुविधा का लाभ लिया। स्क्रीनिंग ओपीडी में आने वाली ऐसी महिलाएं जिन्हें मैमोग्राफी की आवश्यकता थी, उनकी मैमोग्राफी रेडियोलॉजी विभाग में निशुल्क हुई। सोमवार को सर्जरी विभाग की ओपीडी में न्यूनतम 35 से लेकर अधिकतम 75 उम्र तक की महिलाएं ब्रेस्ट की स्क्रीनिंग कराने के लिए अस्पताल पहुंची। महिला डॉक्टरों द्वारा ओपीडी में आई महिलाओं को ब्रेस्ट स्क्रीनिंग के फायदे भी बताए गये। विशेषज्ञों ने बताया कि ब्रेस्ट स्क्रीनिंग के माध्यम से स्तनों में हो रहे किसी भी प्रकार के बदलाव की जानकारी सही समय पर मिल जाती है जिसके जरिये ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को समय पर रोका जा सकता है।
महिलाओं की जांच, महिलाओं द्वारा
महिला दिवस पर सर्जरी विभाग की ओपीडी की कमान महिलाओं ने ही संभाली। यहां पर विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह, डॉ. अंजना निगम एवं डॉ. सरिता दास ने स्क्रीनिंग कराने आयी महिलाओं के क्लीनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन किये। इसके साथ ही वीडियो के माध्यम से सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के विविध तरीकों की जानकारी दी। वहीं रेडियोलॉजी विभाग में मैमोग्राफी के लिये विशेष रूप से महिला रेडियोग्राफर की ड्यूटी लगाई गई थी।
स्क्रीनिंग ओपीडी में कांकेर से पहुंची 75 वर्षीय महिला
महिला दिवस पर आयोजित इस विशेष ओपीडी में ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता का परिचय देने के लिये कांकेर से आयी 75 वर्षीय महिला ने ब्रेस्ट स्क्रीनिंग ओपीडी में अपनी जांच करवायी। समाजसेवी गिनी गिल द्वारा महिलाओं को सेहतमंद बने रहने के लिये हेल्दी फूड पैकेट का वितरण किया गया। ओपीडी में आने वाली सभी महिलाओं को फूल देकर सम्मानित किया गया।
मेडिकल कॉलेज अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त ने महिला दिवस के अवसर पर सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित इस स्क्रीनिंग ओपीडी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से महिलाओं में स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आएगी जिससे वे अपने स्वास्थ्य में हो रहे किसी भी प्रकार के परिवर्तनों से सजग होकर प्रारंभिक अवस्था में ही अपना जांच करवा सकती हैं। किसी भी बीमारी के शुरूआती अवस्था में पता लगने से ठीक होने की गुंजाइश कई गुना बढ़ जाती है। अधिष्ठाता डॉ. दत्त ने इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी महिला स्टाफ को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं।