छत्तीसगढ

मास्टर आफ नथिंग WD किताब का विमोचन कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में

रायपुर, 15 दिसंबर। राज्यसभा सांसद सीनियर सुप्रीम कोर्ट ऐडवोकेट विवेक तंखा आज संविधान क्लब (कांस्टीट्यूशन क्लब आफ ईंडिया) में छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र शिव ग्वालानी द्वारा लिखित मास्टर सीरीज की पहली किताब मास्टर आफ नथिंग WD का विमोचन करने जा रहे हैं।

किताब के विमोचन समारोह में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ऐवं फूलोदेवी नेताम विशीष्ठ अतिथि के रुप में शिरकत करेंगी। वहीं कार्यक्रम के विशेष आमंत्रित ऐम्पटी केनवास पब्लीकेशन के रवि सेठी ऐवं श्रीमति नीरूसेठी रहेंगी।

किताब का विमोचन संविधान क्लब के चेयरमेन हाल में नामचीन हस्तियों के मध्य राज्यसभा सांसद सीनियर सुप्रीम कोर्ट ऐडवोकेट विवेक तंखा करेंगें।
मास्टर आफ नथिंग WD किताब के विषय के बारे ईसके लेखक शिव ग्वालानी ने बताया की उनकी यह किताब ऐक खोजी पत्रकार WD और ऐक खूबसूरत ऐडवोकेट लड़की डेला की कहानी है। ईसमें थ्रिल है, रोमांच है, मर्डर मिस्ट्री है, कोर्ट रुम ड्रामे हैं और हिंदुस्तान की खूबसूरत वादियों में लिखी गई लव स्टोरी है।

लेखक ने आगे बताया की उनकी किताब ईमानदार पत्रकारिता को समर्पित है की कैसे ऐक ईमानदार खोजी पत्रकार और उसके अखबार के संपादक को आज के परिवेश में काम करने के लिए राजनीतिक दबाव, पुलिसीया कारीगरी, माफीयागिरी और गुंडो की गुंडागर्दी सामान्य जनो के साथ झेलनी पड़ती है।

लेखक ने और बताया की उनकी किताब आज के युवाओं के लिए आदर्श बनेगी की कैसे असफलता को सफलता में बदला जा सकता है, कैसे फेलियर को सक्सेस में बदला जा सकता है।

लेखक ने बताया की आज का युवा शिक्षा के क्षेत्र में डिग्री न मिलने से फेल होने से आत्महत्या करने लगता है, ऐसा ही उनके किताब के कैरेक्टर के साथ भी होता है उनका केरेक्टर हर क्षेत्र में शुरुआती दौर में फेल होने के कारण विदाउट डिग्री यानी WD के नाम से फेमस हो जाता है और आत्महत्या करना चाहता है फिर परिस्थितियों को बदलता है और पत्रकार बनता है। असफलता को बिना डिग्री के होने के बाद भी सफलता में बदलता है।

लेखक की सोच है की उनकी किताब युवाओं की निगेटिव सोच को बदलकर पाजीटिव सोच बनाऐगी.युवाओं को जीवन सफल बनाने की प्रेरणा देगी।

लेखक ने आगे बताया की कोरोना काल की वीरान भयावहता घबराहट भरे माहौल में वो और उनकी स्टैनो उनकी डेंटल क्लिनिक में घंटो बैठ कर किताब का लेखन करते थे। उन्होनै कहा की कोरोना काल की प्रसव पीड़ा के दौरान उनकी किताब का जन्म हुआ है।
राज्य सभा सांसद छाया वर्मा, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम राज्य सभा सांसद के.टी.ऐस तुलसी, शदानी दरबार रायपुर के पीठाधीश्वर युदिष्ठर लाल साहेब ने छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र लेखक को उनकी किताब के लिये शुभकामनाएं दी हैं।

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