मुख्यमंत्री के सलाहकारों व कलेक्टर के साथ NGO की बैठक… कोविड 19 से बचाने जिला प्रशासन के साथ NGO निभाएंगे बड़ी भूमिका
रायपुर, 13 सितंबर। कोरोना के संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन की व्यवस्था में अपनी भागीदारी निभाने रायपुर के कई सामाजिक संगठन आगे आ रहे है। आज इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा व राजेश तिवारी की उपस्थिति में कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन ने नगर के सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों के साथ बैठक ली। इस बैठक में नगर निगम कमिश्नर सौरभ कुमार, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह, नगर निगम के अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य, रायपुर हाॅस्पिटल एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅ. राकेश गुप्ता भी शामिल हुए।
रेडक्रास सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में सामाजिक संस्थाओं ने कोरोना से बचाव के लिए मैदानी स्तर पर जिस तरह से अपनी भूमिका का निर्वहन किया है उसकी सभी ने सराहना की। कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन ने कहा कि लाॅक डाउन की परिस्थितियों की चुनौतियों का मुकाबला करने में पूरा शहर जिस तरह एकजुट हुआ, उसकी सराहना पूरे देश में की जाती है। वर्तमान दौर में जब संक्रमण की परिस्थितियां बनी है, ऐसे में हर संभावित मरीज तक पहुंच कर उसके उपचार के समुचित प्रबंध का दायित्व जिला प्रशासन निभा रहा हैै। इन स्थितियों में भी सभी स्वैच्छिक संस्थाओं की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मरीजों की पहचान करने के साथ ही उनकी जरूरतों को तत्परता से पूरा करने के लिए प्रशासनिक प्रबंधों में स्वयं सेवी संस्थाओं की भागीदारी से इसे और भी गति देकर मरीजों एवं उनके परिवारों तक त्वरित पहुंच सुनिश्चित किया जाना संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आम लोगों को कोरोना से बचाव के तरीके के संबंध में जागरूक करने, कोविड अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर के संचालन, पर्यवेक्षण, मरीजों के लिए भोजन प्रबंधन, दवा वितरण, आयुर्वेदिक उपायों के तहत रोग प्रतिरोधक काढ़ा, गरम पानी के सेवन, योग संबंधित जागरूकता, होम आइसोलेशन के दौरान सहायता जैसे पहलुओं पर एनजीओ अपनी भूमिका का प्रभावी निर्वहन कर सकते है। उन्होंने सामाजिक स्वयंसेवी संगठनों व दानदाताओं से अपील करते हुए कहा कि अधिकाधिक लोगों का परीक्षण सुनिश्चित करने एंटीजन किट, पी.पी.ई. किट, पल्स आक्सीमीटर, के साथ ही आक्सीजन सिलेंडर जैसी जरूरी आवश्यकताओं को पूरा करने अपना सहयोग देें।
मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा ने राजधानी रायपुर के सक्रिय एनजीओ के रचनात्मक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि लाॅक डाउन की अवधि में देश भर से छत्तीसगढ़ लौटे 5 लाख श्रमिकों और यहां से दूसरे प्रांतों के लिए गुजरे दो लाख मजदूरों को भोजन, आवागमन, आश्रय, स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर रायपुर ने जो पहचान बनाई है वह लोगों के स्वस्फूर्त सहयोग से ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में भी हर जरूरतमंद तक जल्द सहायता उपलब्ध कराने में स्वयं सेवी संगठनों की बड़ी भूमिका होगी। सलाहकार राजेश तिवारी ने स्वयं सेवी संगठनों से जनजागरूकता कार्यक्रम के जरिए लोगों तक कोरोना से बचाव के संबंध में जरूरी सूचनाओं के साथ चिकित्सा सुविधा की सहज सुलभता व प्रारंभिक लक्षणों पर ही जांच कराने के लिए प्रेरित करने जानकारी देने की बात कही है।
बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री सौरभ कुमार ने शहरी क्षेत्र में होम आइसोलेशन में मरीजों को दी जा रही सुविधाओं व सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहर में इस समय आवश्यकताओं के अनुरूप अतिरिक्त बिस्तरों के साथ अस्पताल तैयार किए जा चुके हैं एवं कई सामाजिक संगठन अपने पूरे संसाधन के साथ कोविड अस्पताल व आइसोलेशन सेंटर संचालन हेतु भी आगे आ रहे है। सी.ई.ओ. डाॅ. गौरव सिंह ने बताया कि जिले की महिला समूह, वन विभाग, रोग प्रतिरोधक काढ़ा तैयार कर उपलब्ध करा रही है। अतः जो भी एनजीओ आयुर्वेद उपायों के तहत सुझाए काढ़े का वितरण करना चाहते है वें स्वयं तैयार कर अथवा महिला समूह या वन विभाग के विपणन केन्द्र से क्रय कर इसका वितरण कर सकते है।
जिला प्रशासन के प्रयासों पर अपनी सहभागिता देने खाटू श्याम मंदिर के प्रमुख श्री कैलाश बजाज ने कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए प्रतिदिन एक हजार भोजन पैकेट निःशुल्क उपलब्ध कराने की बात कही। झुग्गी बस्तियों सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लक्ष्मी मेडिकल स्टोर्स अपने सभी 11 प्रतिष्ठानों पर निःशुल्क आयुर्वेदिक काढ़ा का वितरण करेगा। इसी तरह शिव सेवा समिति, हर संभव फाउंडेशन, बुजुर्गों की चैपाल, खालसा रिलीफ फाउंडेशन, होप फाॅर दी ह्यूमिनिटी, आवाम ए हिन्द, वक्ता मंच, शकुंतला फाउंडेशन, ने भी इस कार्य में अपनी सहभागिता व्यक्त की है। सेवा कार्यों के लिए प्रतिष्ठित बढ़ते कदम और ए.डी.एच.आर. संस्था कोविड अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर संचालन के लिए आगे आयी है। कलेक्टर डाॅ. भारतीदासन ने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए सभी संस्थाओं से हर संभव सहयोग की अपेक्षा की है। बैठक में विभिन्न संस्थाओं के 40 से भी अधिक पदाधिकारी उपस्थित थें।