छत्तीसगढ

मोदी सरकार सत्ता अहंकार में मतविभाजन के बिना कृषि बिल पासकर किसानो के साथ क्रूरता पर उतारू: कांग्रेस

रायपुर, 20 सितंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने भाजपा मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि, मोदी सरकार की कृषि बिल को लेकर देश भर में किसान सड़को पर है, एनडीए घटक दल भी इस बिल का विरोध कर अपना समर्थन वापस ले रही है, बावजूद इसके मोदी सरकार अपनी हटधर्मिता और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए बिल को बिना ही मतविभाजन के पास करा लिया है, यह किसान के साथ अन्याय और धोखा है।

प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा की, भाजपा मोदी सरकार किसानों को पूँजीपतियों का ग़ुलाम बनाना चाहती है, जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा। मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले क़ानून’ से किसानों को कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) किसान मार्केट ख़त्म होने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य ( एमएसपी) कैसे मिलेगा और एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं। अन्नदाता के ऊपर लादे गए इस कृषि बिल से होने वाले नुकसान पर देश के कृषक ( किसान ) भाजपा मोदी सरकार को कभी माफ नही करेगा।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता तिवारी ने कहा कि, 2014 लोकसभा चुनाव में अच्छे दिनों के वायदे किसानों की आय दुगनी स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने जैसे बड़े-बड़े वायदे देश के कृषक किसानों से किए मगर मोदी सरकार के बीते लगभग 7 वर्षों में इस पर तो कोई निर्णय नहीं हुआ मगर कृषि बिल ऐसे समय पर लाया जा रहा है जब समूचा देश केंद्र की मोदी सरकार के गलत फैसलो से कोरोना संक्रमण के भीषण दौर से गुजर रहा है, 52 लाख से अधिक लोग संक्रमण से जूझ रहे हैं तो वही 84 हज़ार से अधिक लोगो की मौते हो चुकी है, जिस पर प्रधानमंत्री जी ताली – थाली पिटवाने के अलावा कुछ नही कर पाए, देश की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई लोगो को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा गरीब, माध्यम वर्ग को दो टाइम के निवाले का संकट खड़ा हो गया है, प्रधानमंत्री जी देश की जनता को राज्यो के भरोशे छोड़कर अपना हाथ झाड़ लिये है। आज वर्तमान संकट की चिंता छोड़ किसान विरोधी फैसले की आवश्यकता क्या है देश जानना चाहता है?

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