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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लॉन्च किया SeHAT ओपीडी पोर्टल, कोरोना संकट में DRDO के योगदान को सराह

नई दिल्ली, 27 मई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘सर्विसेज ई-हेल्थ असिस्टेंस एंड टेली-कंसल्टेशन (सेहत) ओपीडी पोर्टल लॉन्च किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि COVID की यह लहर अभूतपूर्व और पहले से कहीं अधिक खतरनाक है, लेकिन रक्षा मंत्रालय ने दूसरी लहर में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने बताया कि डीआरडीओ ने दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी और देश के कई अन्य हिस्सों में कोविड अस्पताल और ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित किए हैं। जिससे कोरोना से जंग में काफी मदद मिली है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डीज लैब की मदद से डीआरडीओ ने आवश्यक दवा 2-डीजी का उत्पादन किया है। इसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। मुझे कई आँकड़ों से जानकारी मिल रही है कि वे 2-डीजी चाहते हैं। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि आज इसके 10,000 पाउच बाजार में आ रहे हैं।

तूफान यास ने डीआरडीओ की भी बढ़ाई चिंता

चक्रवाती तूफान यास ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की भी चिंता बढ़ा दी है। एकीकृत परीक्षण स्थल (आइटीआर) ने ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम द्वीप पर स्थित अपने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कई एहतियाती उपाय किए हैं। भुवनेश्वर के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के एक विज्ञानी ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि भद्रक जिला स्थित धामरा और चांदबाली के तट पर तूफान के पहुंचने की आशंका है। चांदीपुर में डीआरडीओ के आइटीआर के तीन मिसाइल लॉन्चिंग पैड हैं और अब्दुल कलाम द्वीप पर एक लॉन्च कॉम्प्लेक्स है। सूत्रों ने बताया कि नियंत्रण कक्ष और ब्लॉक हाउस तेज रफ्तार हवाओं का सामना करने में सक्षम हैं। बावजूद इसके पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

वहीं, टाटा पावर ने तूफान के टकराने के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए कमर कस ली है। उसने ओडिशा में विद्युत आपूर्ति में आने वाली बाधा को दूर करने के लिए पंद्रह हजार कर्मचारियों को तैयार किया है। इस बाबत कंपनी निरंतर सरकार के संपर्क में है। राज्य सरकार ने भी इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी है। उसने भी तेरह हजार कर्मियों को तैयार रहने को कहा है। इसमें इंजीनियर भी शामिल हैं। पारादीप पोर्ट ट्रस्ट (पीपीटी) ने भी तूफान के खतरे को देखते हुए मंगलवार को दोपहर दो बजे से अपनी सेवाओं को बंद कर दिया है।

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