छत्तीसगढ

विधान सभा में उत्कृष्टता अलंकरण से सम्मानित हुए विधायक एवं पत्रकार, राजयपाल,स्पीकर, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष ने दी शुभकामनाएं

उत्कृष्ट विधायक और पत्रकारों का हुआ सम्मान

वर्ष 2019 एवं वर्ष 2020 के लिए ’’उत्कृष्ट विधायक’’, ‘‘उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार‘‘ एवं ‘‘उत्कृष्ट इलेक्ट्रानिक मीडिया रिपोर्टर एवं कैमरामेन’’ को राज्यपाल ने शाल श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस समारोह में पंचम विधान सभा में वर्ष-2019 के लिए ‘‘उत्कृष्ट विधायक‘‘ के रूप में सत्ता पक्ष से अरूण वोरा एवं प्रतिपक्ष से सौरभ सिंह को सम्मानित किया गया । ‘‘उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार‘‘ के लिए दैनिक हरिभूमि के सुरेन्द्र शुक्ला एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया में उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार पुरस्कार के लिए बंसल न्यूज के संवाददाता मोहन तिवारी एवं कैमरामेन दीपक साहू, को सम्मानित किया गया ।

वहीं वर्ष 2020 के लिए ‘‘उत्कृष्ट विधायक‘‘ के रूप में सत्ता पक्ष से कुलदीप जुनेजा एवं प्रतिपक्ष से नारायण प्रसाद चंदेल को सम्मानित किया गया। ‘‘उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार‘‘ के लिए द हितवाद के स्वर्गीय राजा दास एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया में उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार पुरस्कार’’ के लिए साधना न्यूज के संवाददाता आर.के.गांधी एवं कैमरामेन दिलीप कुमार सिन्हा को सम्मानित किया गया ।

पवित्र सदन में पक्ष-विपक्ष महत्वपूर्ण भूमिका निभाए-राज्यपाल

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में राज्यपाल अनुसूइया उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधान सभा में संसदीय दायित्वों को परिमार्जित करने के उद्देश्य से ‘‘उत्कृष्ट विधायक‘‘ एवं ’’उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार‘‘ को सम्मानित करने का यह कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं । उन्होंने 36 वर्ष पूर्व म.प्र. विधान सभा में उन्हें ’’जागरूक विधायक’’ चुनने का जिक्र करते हुए कहा कि विधान सभा राज्य की सबसे बड़ी जनप्रतिनिधि सभा है । उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधान सभा ने जिन उच्च संसदीय परम्पराओं को स्थापित किया है, उन परम्पराओं का अनुसरण देश की अन्य विधान मंडलों को भी करना चाहिए । उन्होंने कहा कि-चूंकि हमारे देश ने लोकतांत्रिक परम्पराओं को पाला और उसका परिमार्जन भी किया है, इसलिए सभा के संचालन में पक्ष के साथ-साथ प्रतिपक्ष की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है ।

नई संसदीय परम्पराओं को किया स्थापित-डॉ.महंत

विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विधान सभा ने अपने गठन के साथ ही नई संसदीय परम्पराओं को स्थापित किया है । छत्तीसगढ़ विधान सभा ने अपने कार्यकरण से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संसदीय परिदृश्य में जो स्थान प्राप्त किया है वह एक आदर्श है तथा इसका पूरा श्रेय हमारे विधायी निकाय के सभी विधायकों को जाता है । विधान सभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने कहा कि-पक्ष एवं प्रतिपक्ष के सदस्यों ने विभिन्न विषयों पर मत वैभिन्य के होते हुये भी सभा में अपने विचारों के माध्यम से शासन को मार्गदर्शन दिया और फलस्वरूप शासन व्यवस्था को न केवल सुदृढ़ किया, अपितु कई सुधारात्मक और जनकल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने में भी अपनी भूमिका निभायी।

उत्कृष्टता साबित करना निश्चित ही सराहनीय-बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्कृष्ट विधायकों एवं उत्कृष्ट संसदीय पत्रकार पुरस्कार से सम्मानितों को बधाई देते हुए कहा कि जिन विधायकों को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है उनके दायित्व सभा के प्रति और बढ़ गये है। सामान्य कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि से प्रारंभ कर सदन में अपनी उत्कृष्टता साबित करना निश्चित ही सराहनीय है और इससे हमारे युवा विधायकों को सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पुरस्कृत पत्रकारों ने भी सभा की कार्यवाही की रिपोर्टिंग में उत्कृष्ट संसदीय परम्पराओं का पालन करते हुए अपनी विशिष्ट छाप छोडी है ।

कार्यक्रम में विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलााल कौशिक ने राज्यपाल अनुसूइया उइके को शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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