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विपक्षी राजनीति की धुरी बनने की कोशिशों में कांग्रेस और TMC की अंदरूनी खटास हो रही है मुखर…?

नई दिल्ली, 13 दिसंबर। विपक्षी राजनीति की धुरी बनने की ममता बनर्जी की कोशिशों को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच अंदरूनी खटास अब बढ़ ही नहीं रही, बल्कि मुखर होकर सामने आने लगी है।

कांग्रेस ने गोवा में महिलाओं को 5,000 रुपये प्रतिमाह देने के तृणमूल के चुनावी वादे को लेकर उस पर निशाना साधा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गोवा की वित्तीय हालत व उस पर कर्ज के बोझ का हवाला देते हुए तृणमूल पर तंज कसा और कहा कि ईश्वर गोवा को बचाए।

तृणमूल की तेज-तर्रार लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि गोवा के बजटीय आवंटन से महिलाओं के खाते में प्रतिमाह पांच हजार रुपये डालना मुमकिन है।

तृणमूल कांग्रेस गोवा में राजनीतिक जगह बनाने के लिए वहां कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रही है। उसने पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिनो फेलेरियो समेत कांग्रेस के कई नेताओं को तोड़कर अपना चुनावी चेहरा बना लिया है। राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी राजनीति का सिरमौर बनने के ममता के प्रयासों के तहत गोवा जैसे छोटे राज्य में बड़े प्रयोग में जुटी तृणमूल की पहल ही बढ़ी खटास की सबसे बड़ी वजह है।

इसीलिए जब तृणमूल ने गोवा की सत्ता में आने पर हर घर की महिलाओं को 5,000 रुपये प्रतिमाह देने का एलान किया तो चिदंबरम ने इसकी धज्जियां उड़ाने की कोशिश की। चिदंबरम गोवा चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रभारी हैं।

गोवा पर मार्च, 2020 तक 23,473 करोड़ रुपये का कर्ज: चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘यह एक ऐसा गणित है जो अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार का हकदार है। गोवा के साढ़े तीन लाख घरों में महिलाओं को 5,000 रुपये महीना देने पर हर माह 175 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। सालाना यह रकम 2,100 करोड़ रुपये होगी। ‘ दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि गोवा पर मार्च, 2020 तक 23,473 करोड़ रुपये का कर्ज है, उसके लिए क्या यह छोटी रकम है। तृणमूल पर एक और तंज कसते हुए चिदंबरम ने कहा कि गोवा पर ईश्वर की कृपा हो या यह कहा जाए कि ईश्वर ही गोवा को बचाए।

कोरोना के बाद निराशा की परिस्थितियों में लोगों के हाथ में डाली जाए नकदी: मोइत्रा

महुआ मोइत्रा ने उन पर सीधे पलटवार करते हुए कहा कि साढ़े तीन लाख घरों में 5,000 रुपये महीने देने पर 2,100 करोड़ रुपये का सालाना खर्च गोवा के कुल बजट का छह से आठ प्रतिशत होगा। इसे लागू करना बिल्कुल संभव है। महुआ ने यह भी कहा कि अच्छा अर्थशास्त्र यही है कि कोरोना के बाद निराशा की परिस्थितियों में लोगों के हाथ में और सिस्टम में नकदी डाली जाए। दिलचस्प यह है कि महुआ ने कोरोना काल में सबसे गरीब 20 प्रतिशत आबादी को नकदी देने के कांग्रेस के तर्क का ही चिदंबरम को जवाब देने में इस्तेमाल किया। वहीं, गोवा में तृणमूल के नेता किरण कानडोल्कर ने पूर्व की दिगंबर कामत सरकार में हुए कथित घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य के खजाने से हुई लूट की भरपाई नहीं हुई, मगर 2,000 करोड़ रुपये गोवा के लोगों को देने की बात कांग्रेस को आहत कर रही है।

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