छत्तीसगढ

संवेदनशील CM की पहल: 6वीं की छात्रा को मिला घर बैठे जाति प्रमाण-पत्र, तहसील के चक्कर लगाने से मिली मुक्ति

रायपुर, 10 जुलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के मद्देनजर अब राजस्व विभाग का अमला जाति प्रमाण-पत्र बनाने के काम को बड़ी संजीदगी से अंजाम देने लगा है। जाति प्रमाण-पत्र के लिए अब लोगों को पटवारी और तहसील कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रह गई है। लोगों को सिर्फ उनके आवेदन पर जाति प्रमाण-पत्र घर बैठे स्पीड पोस्ट के माध्यम से मिलने लगे हैं। राज्य में स्पीड पोस्ट के माध्यम से जाति प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बलौदाबाजार तहसील के ग्राम शुक्लाभाटा की कक्षा 6वीं की छात्रा कुमारी पूर्वी वर्मा को उसके आवेदन के 10 दिन के भीतर स्पीड पोस्ट के माध्यम से जैसे ही उसे जाति प्रमाण-पत्र मिला तो बेहद खुश हो गई। पूर्वी के माता-पिता ने शासन द्वारा घर पहुंच जाति प्रमाण-पत्र की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया। पूर्वी के पिता श्री योगेश वर्मा का कहना था कि एक समय था कि जाति प्रमाण-पत्र के लिए महीनों पटवारी और तहसील कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे। मिन्नतें करनी पड़ती थीं। जाति प्रमाण-पत्र बनाने की सहज प्रक्रिया के लिए भी उन्होंने शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया।

पूर्वी के पिता योगेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने 29 जून को तहसील कार्यालय स्थित लोक सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन किया था। आवेदन करने के बाद 10 दिनों में ही प्रमाण-पत्र मिल गया। इसके लिए उन्हें तहसील कार्यालय जाने की जरूरत भी नहीं पड़ी। तहसीलदार बलौदाबाजार ने बताया कि जाति प्रमाण-पत्र घर पहुंचाकर दिए जाने की शुरूआत पूर्वी वर्मा को स्पीड पोस्ट के माध्यम से उसका जाति प्रमाण-पत्र भेजकर की गई। उन्होंने बताया कि जिले के सभी तहसील कार्यालयों द्वारा अब आवेदकों को अब उनके आवेदन पर जाति प्रमाण-पत्र जारी कर स्पीड पोस्ट के माध्यम से उनके पते पर भेजा जा रहा है।

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