छत्तीसगढ

समस्या-समाधान-मदद का त्रिवेणी संगम- मुख्यमंत्री का साप्ताहिक आयोजन ‘जन चैपाल भेंट मुलाकात’

रायपुर। जी हां, नई सरकार आने के बाद से शुरू हुआ मुख्यमंत्री का साप्ताहिक आयोजन ‘जन चैपाल भेंट मुलाकात’ के जरिए समस्या-समाधान और मदद का त्रिवेणी संगम हो रहा है। इस दौरान प्रदेश का संवेदनशील सीएम भूपेश बघेल की भी कोशिश होती है कि, उनके द्वार आए ज्यादा से ज्यादा लोगों की वे मदद कर सकें। इसके लिए बकायदा उनकी पूरी टीम सक्रिय रहती है।
आज सीएम हाउस में आयोजित ‘जन चैपाल भेंट मुलाकात’ में पद्मश्री धर्मपाल सैनी के नेतृत्व में डिमरापाल आश्रम के बच्चों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात कर घूमने की इच्छा प्रकट की, जिसे श्री बघेल ने भी बालसुलभ नौनिहालों की  इच्छाओं का सम्मान देते हुए उन्हें हरे-भरे परिवेश में मुख्यमंत्री निवास के अंदर  तक घुमाया गया। इस दौरान बच्चों ने बड़ी उत्सुकता के साथ मुख्यमंत्री निवास में स्थित गौशाला, बाड़ी, डिस्पेंसरी, कैबनेट कक्ष और कार्यालय आदि को देखा।

स्कुली बच्चों ने कहा, सीएम निवास भी बिल्कुल गांव जैसा

सीएम का घर देख, बसंती कवासी बोली, मुख्यमंत्री का घर तो एकदम गांव के घरों की तरह ही। जिस तरह गांव के घरों में बाड़ी-गौशाला है, ठीक उसी तरह यहां पर भी है। पहली बार रायपुर आयी बालिका वनिता कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री जी से मिलकर और उनका घर देखकर बहुत ही अच्छा लगा। मुख्यमंत्री ने इसके पहले बड़ी ही आत्मीयता और अपनत्व के साथ पद्मश्री धर्मपाल सैनी और बच्चों से मुलाकात की। श्री बघेल ने बच्चों से पूछा कि वे कहां जा रहा है, बच्चों ने बताया कि वे वर्धा आचार्य विनोवा भावे जी के आश्रम पवनार जा रहे है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से विनोवा भावे जी के बारे में भी पूछा तो बच्चों ने बताया कि वे गांधी जी के शिष्य थे और उन्होंने भू-दान आंदोलन प्रारंभ किया था। श्री बघेल को बच्चों ने यह भी बताया कि वे तीन दिन तक पवनार आश्रम में रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बच्चों को उनकी यात्रा के लिए शुभाकामनाएं दी।

अतिक्रमण व भ्रष्टाचार की शिकायत पर जांच के निर्देश

चौपाल, भेंट मुलाकात में आए बेमेतरा जिले के बेरला तहसील के ग्राम गोड़गिरी में चारागाह की जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत को सीएम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने जिला कलेक्टर को इस शिकायत की जांच कर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तुरंत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बताया कि गांव की चारागाह की जमीन पर अतिक्रमण होने की वजह से पशुओं के लिए गांव में चारागाह नहीं है, इससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। गांव में दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन दशहरा मैदान में भी अतिक्रमण हुआ है। इसी तरह गौठान की जमीन भी अतिक्रमण से अछूती नहीं है। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर को इन शिकायतों की जांच करके आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। जन चौपाल में जिला मुख्यालय मुंगेली के नवागढ़ रोड स्थित एक गार्डन के निर्माण में भी भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आई। नगरवासियों ने मुख्यमंत्री को आवेदन देकर बताया कि इस गार्डन के निर्माण के लिए एक करोड़ 59 लाख रुपए की राशि मंजूर हुई थी। नगर पालिका परिषद द्वारा पूरी राशि आहरित कर ली गई लेकिन गार्डन का पूरा निर्माण कार्य नहीं कराया गया। वर्तमान में गार्डन खंडहर की स्थिति में है। मुख्यमंत्री ने इस शिकायत की जांच भी जिला कलेक्टर को करने के निर्देश जारी किए हैं।

प्रतिभावान को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता

जन-चौपाल में बलौदाबाजार जिले के ग्राम जारा निवासी एक कृषक परिवार के प्रतिभावान बेटे को उच्च शिक्षा के लिए एक लाख रूपए की सहायता राशि स्वेच्छानुदान से मंजूर की। सालिक राम धुरंधर ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें बताया कि उनका बेटा आर यीशु धुरंधर ने वर्ष 2018-19 में कक्षा 12वीं की परीक्षा 93.6 अंकों के साथ पास की है। उन्होंने अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि वे अपने बेटे को आगे की पढ़ाई कराने में असमर्थ हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्या सहानुभूति पूर्वक सुनी और श्री धुरंधर की बेटे की पढ़ाई के लिए राशि स्वीकृत कर दी। श्री सालिक राम धुरंधर ने इस सहायता के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया । उन्होंने कहा कि अब उनका बेटा भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगा।

कोपलवाणी के बच्चे निकले जंगल सफारी की सैर पर

मुख्यमंत्री आज अपने निवास से ही कोपलवाणी संस्था के बच्चों की बसों को हरी झंडी दिखाकर जंगल सफारी के लिये रवाना किया। इस अवसर पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर, समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेडिय़ा एवं विधायक कुलदीप जुनेजा उपस्थिति थे। राजधानी रायपुर के सुन्दर नगर स्थित शासन से अनुदान प्राप्त कोपलवाणी संस्था के मूक बधिर एवं मंद बुद्धि श्रेणी के 150 अध्ययनरत बच्चों को आज जंगल सफारी की सैर पर ले जाया गया है। जंगल सफारी की सैर को लेकर बच्चे काफी उत्साहित दिखे।

सहायता समूह को मिली बड़ी राहत

आज सीएम निवास पर आयोजित भेट मुलाकात में रायगढ़ जिले की खरसिया तहसील के ग्राम हालाहुली के सरस्वती महिला स्व सहायता समूह को स्वेच्छानुदान मद से एक लाख रूपए की राशि मंजूर की है। इन महिलाओं ने स्वरोजगार के लिए बैंक से तीन लाख रूपए का ऋण लिया था। महिलाओं ने 1.80 लाख रूपए की राशि जमा करा दी है, लेकिन व्यवसाय में कुछ कठिनाई के कारण ऋण की किश्त जमा नही कर पा रहीं हैं। मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाएं अपने व्यवसाय को आगे जारी रख सके इसके लिए उन्हें एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता मंजूर की।

पढ़ाई से लेकर दुकान शुरू करने मिली आर्थिक सहायता

इसी तरह मुख्यमंत्री ने रायपुर जिले के ग्राम अकोली (मांढर) की कुमारी रमेशरीन धीवर को उनकी दुकान में सामग्री क्रय के लिए 25 हजार रूपए और आरंग के ग्राम केसला के भागवत निषाद को आर्थिक सहायता के रूप में 25 हजार रूपए की सहायता स्वीकृत की है। श्री बघेल ने बलौदा बाजार जिले के भाटापारा के परशुराम वार्ड निवासी श्रीमती शारदा मिश्रा को उनकी बेटी विभूति मिश्रा की पढ़ाई के लिए 50 हजार रूपए की राशि मंजूर की है। श्रीमती शारदा मिश्रा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी बेटी बेंगलुरु के रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर साइंस की प्रथम वर्ष की छात्रा है उसकी फीस और हॉस्टल का खर्च लगभग 40 हजार रूपए है। मुख्यमंत्री ने उन्हें 50 हजार रूपए की राशि मंजूर की। मुख्यमंत्री ने दुर्ग जिले के पाटन के ग्राम तेलीगुण्डरा निवासी श्रीमती लक्ष्मी बाई साहू को फैंसी स्टोर के लिए 20 हजार रूपए, धमतरी जिले के कुरूद विकासखंड के ग्राम कोडेबोड़ निवासी श्रीमती नंदनी साहू को आर्थिक सहायता के रूप में दस हजार रूपए, रायपुर संतोषी नगर की नाना बाई को 5 हजार रूपए, रायपुर के उरला निवासी विशाल साहू को 20 हजार रूपए, दुर्ग जिले के अहिवारा के ग्राम मुरमुर्दा निवासी लक्ष्मी देवांगन को 5 हजार रूपए की सहायता राशि मंजूर की।
अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए स्वीकृत किए डेढ़-डेढ़ लाख
प्रदेश के दो पैरालंपिक खिलाडिय़ों को अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में शामिल होने के लिए सीएम ने डेढ़-डेढ़ लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। जनचौपाल में बिलासपुर की पैरालंपिक खिलाड़ी सुश्री रोहिनी साहू और कवर्धा के हरिहर सिंह राजपूत ने बताया कि थाइलैण्ड में अगले वर्ष 20 से 28 फरवरी तक आयोजित होने वाली पैरालंपिक अंतर्राष्ट्रीय व्हील चेयर फ्रेंसिंग प्रतियोगिता के लिए उनका चयन हुआ है। उन्होंने स्पर्धा में रजिस्टेशन, वीजा, बीमा, खेल किट और आने-जाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने दोनों पैरालंपिक खिलाडिय़ों को स्वेच्छानुदान से डेढ़-डेढ़ लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की।

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