छत्तीसगढ

स्टार्ट-अप के प्रति युवाओं का बढ़ा रूझान: डाॅ. एस. भारतीदासन

रायपुर। “ईज आफ ड्यूंग बिजनेस एम.एस.एम.ई. और स्टार्ट-अप योजना के प्रचार-प्रसार के लिए आज रायपुर के शहीद स्मारक भवन में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, रायपुर, बलौदाबाजार और महासमुन्द के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन ने कहा कि स्टार्टअप आज की बहुआयामी आवश्यकता बन गयी है। वर्तमान युवा पीढ़ी की सोच बेहद सकारात्मक है और वे उर्जा से भरपूर है। जब कोई चीज अपने शिखर पर होती है तब उसके द्वारा लिए गए निर्णय एवं कार्य काफी परिणाममूलक होते हैं। स्टार्ट-अप के प्रति देश के युवाओं में काफी रूझान बढ़ा है और अपने नये सोच, विचार, कार्य पद्धति और कार्य प्रणाली के माध्यम से युवा अपने और देश को नई ऊचांईयों पर पहुंचा सकते हैं।

मुख्य महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, रायपुर टी.आर.वैद्य ने युवाओं को स्टार्ट-अप के बारे में जानकारी दी तथा भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहन, सहायता, और अनुदान आदि के बारे में बताया। उन्होंने स्टार्ट-अप प्रारंभ करने के संबंध में विशेषज्ञ दल द्वारा दी जा रही जानकारियां का भरपूर उपयोग करने का आग्रह किया।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि तथा औद्योगिक संघ उरला के महासचिव श्री विक्रम जैन ने कहा कि कार्यशाला छत्तीसगढ़ के उद्यमियों और उद्योगपतियों के साथ-साथ उद्यमी युवाओं के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो सकती है।

जिला व्यापार एवं उद्योग कार्यालय के उप संचालक श्री संजय राणा ने कहा कि स्टार्ट-अप प्रारंभ करने के इच्छुक युवा हेल्पलाईन नम्बर- 1800-233-3943 अथवा ई-मेल कर सकते हैं। जिला अग्रणी बैंक के अधिकारी श्री चैहान ने स्टार्ट-अप सहित विभिन्न बैंकिंग सेवाओं व योजनाओं की जानकारी दी।

ई. एण्ड वाय. के कन्सल्टेंट प्रभु मेनन ने बताया कि छत्तीसगढ़ में नये विचारों और उद्यमिता संबंधी विचारों को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ाने की दृष्टि से चिप्स के माध्यम से रायपुर के सिटी सेन्टर माॅल पंडरी में 36 आईएनसी नाम से तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर और श्री शंकराचार्य तकनीकी संस्थान भिलाई में इंक्यिूबेटर लैब बनाया गया है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में फेब (फेब्रिकेशन) लैब भी है। छत्तीसगढ़ के युवा इंक्यिूबेटर लेब में अपने विचारों को मूर्तरूप देने के लिए तथा विभिन्न योजनाओं के लिए जिला उद्योग केन्द्रों से जानकारी प्राप्त कर सकते है। छत्तीसगढ़ में करीब तीन सौ उद्यमियों ने स्टार्ट-अप के लिए पंजीयन कराया है, जिसमें से लगभग डेढ़ सौ उद्यमी रायपुर जिले के तथा इसके बाद दुर्ग और बिलासपुर जिले के हैं।
कार्यशाला में औद्योगिक समूहों के पदाधिकारियों, उद्योगपतियों, तकनीकी कालेजों एवं आई.टी.आई. के विद्यार्थियों सहित रायपुर, बलौदाबाजार और महासमुंद जिले के महाविद्यालयों के छात्र- छात्राएं शामिल हुए।

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