छत्तीसगढ

स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने किया नमन

रायपुर, 12 जनवरी। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती यानी 12 जनवरी ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद जी की आज 159 वी जयंती पर देश सहित प्रदेश में उन्हें याद किया गया।

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राजभवन में स्वामी विवेकानंद जी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि ज्ञान और ओजस्वी विचारों से विश्व में भारतीय संस्कृति को गौरवांवित करने वाले,युवाओं के प्रेरणास्रोत, युग प्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं भी दीं। राज्यपाल उइके ने स्वामी जी को नमन करते हुए ट्वीट किया- “उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य हासिल ना हो जाए – स्वामी विवेकानंद। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर उनके चरणों में नमन करती हूं।”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 12 जनवरी को महान दार्शनिक और विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद जी की जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ पर सीएम हाउस में स्वामीजी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

CM बघेल ने इस अवसर पर कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी है। उन्होंने अपने उपदेशों और ओजस्वी व्याख्यानों से देश-दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया। स्वामी जी के कई सूक्त वाक्य आज भी युवाओं को नई ऊर्जा से भर देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी ने कलकत्ता के बाद रायपुर में अपने जीवन का सर्वाधिक समय बिताया।

रायपुर के बुढ़ापारा में उनका बचपन बीता। उनकी अमूल्य यादों को सहेजने और संवारने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्वामी जी के रायपुर स्थित निवास स्थान रायबहादुर भूतनाथ डे भवन को स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा है। रायपुर का बूढ़ातालाब अब विवेकानंद सरोवर के नाम से जाना जाता है। नवा रायपुर स्थित विमानतल भी विवेकानंद जी के नाम पर जाना जाता है, जो रायपुर से स्वामी जी के जुड़ाव की पहचान कराता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्तालीस वर्ष की कम उम्र में स्वामी जी विचारों की जो अतुल्य विरासत हमें सौंप गए हैं, वे आज भी महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं।

विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर विधान सभा परिसर में प्रतिष्ठापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे नमन किया । इस अवसर पर विधान सभा के प्रमुख सचिव चन्द्र शेखर गंगराडे़ एवं विधान सभा के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे ।

इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने कहा कि-स्वामी विेवेकानंद जी ने अपने विचारों से समाज को एक नई दिशा दी । ’’उठो, जागो और तब तक आगे बढ़ो जब तक अपने लक्ष्य को प्राप्त न करो’’ का उनका संदेश आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है । उन्होंने कहा कि-यह छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी युवा अवस्था का कुछ समय यहाॅ व्यतीत किया । 11 सितम्बर 1893 को शिकागो की धर्म संसद में स्वामी विेवेकानंद जी के व्याख्यान ने स्वयं उन्हें तथा भारत को दुनिया में सर्वोच्च प्रतिष्ठा दिलाई । उन्होंने कहा कि-भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले स्वामी विवेकानंद ने भारतीय युवाओं में स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की ।

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