18 जिलों के 1 हज़ार 757 श्रमिकों को भेजा गया उनके गृह जिला

रायपुर। नोबल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है। इस अनुक्रम में झारखंड राज्य के रायपुर जिला में फंसे श्रमिकों, यात्रियों और नागरिकों को उनके गृह राज्य ले जाने के लिए विगत 3 मई से बसों एवं वाहनों के रायपुर पहुंचने का क्रम शुरू हुआ। इसके तहत झारखंड के 18 जिलों, जिसमे खूंटी के 26, बोकारो के 80, हजारीबाग 57, सराईकेला 26, गिरिडीह 142, लातेहर 34, चाईबासा 152, धनबाद 62, चतरा 90, गोड्डा 61 ,देवधर 76, दुमका 100, गुमला 141, गढ़वा 307, पलामू 201, जमशेदपुर 47 ,रामगढ़ 71और पश्चिम सिंहभूमि के 84 श्रमिक,नागरिकों तथा यात्रियों सहित कुल 1 हज़ार 757 लोगों को उनके गृह जिले 75 बसों से पहुंचाया गया है।
उल्लेखनीय है कि राधस्वामी सत्संग व्यास, ऑफिसर्स कॉलोनी के पास, कृषि महाविद्यालय के बाजू, धरमपुरा रायपुर में झारखंड के रायपुर जिले में फंसे श्रमिकों और नागरिकों की वापसी के लिए व्यवस्था की गई थी। कलेक्टर रायपुर डाॅ. एस भारती दासन ने परिसर में आवश्यक व्यवस्था के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाइज के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। इन श्रमिकों और नागरिकों के लिए यहां जिला प्रशासन द्वारा उनके रजिस्ट्रेशन करने, भोजन, स्वल्पाहार पानी, छाया, लाइट ,पंखे, शौचालय, आराम करने आदि की व्यवस्था भी की गई थी।
झारखंड शासन के निर्देशानुसार जिस- जिस जिले से बस एवं वाहन झारखंड से पहुंचते गई, वहां के नागरिकों और श्रमिकों को तीन चार दिनों में वापस भेजने का कार्य किया गया। सभी श्रमिकों का थर्मल स्कीनिंग करने के साथ स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। इसके माध्यम से न केवल रायपुर जिला बल्कि समीपवर्ती जिलों के नागरिकों भी झारखंड गये हैं।
रायपुर जिले के संयुक्त कलेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि झारखंड के अलग-अलग जिलो के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन किया गया, इसके लिए दस काउंटर बनाये गए थे।