दुर्गा महाविद्यालय में तृतीय लिंग संवेदी करण कार्यशाला, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के प्रति जागरूक हुए छात्र

रायपुर। महिला उत्पीड़न शिकायत कमेटी तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में दुर्गा महाविद्यालय में आज तृतीय लिंग समुदाय हेतु संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में विद्या राजपूत, सदस्य तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड तथा रवीना बरिहा सदस्य तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड, छत्तीसगढ़ शासन उपस्थित थे। साथ ही साथ एलजीबीटी सामाजिक कार्यकर्ता सिद्धांत कुमार बेहरा और अंकित दास भी विशेष वक्ता के रूप में कार्यशाला में उपस्थित हुए. रवीना बरिहा ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से तृतीय लिंग समुदाय का इतिहास, माननीय सर्वोच्च न्यायालय का दिशा -निर्देश, वैज्ञानिक प्रमाण तथा छत्तीसगढ़ के शासन के दिशा निर्देशों को अवगत कराया। इसी तरह विद्या राजपूत ने बचपन से लेकर युवावस्था तथा वृद्धावस्था तक होने वाले किन्नर समुदाय के समस्याओं से उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों कुछ जानकारी प्रदान किया। विद्या राजपूत में शिक्षकों और छात्रों से आह्वान किया कि यदि वह कोई ट्रांसजेंडर बच्चे को देखें तो उसके अंदर आत्मविश्वास पैदा करने की कोशिश करें तथा उसे अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाए। फैशन डिजाइनर सिद्धांत कुमार बेहरा ने बताया कि तृतीय लिंग समुदाय व्यक्ति को स्कूल और कॉलेज में होने वाली समस्याओं के बारे में बताया। सिद्धांत ने सेक्सुअल डायवर्सिटी तथा जेंडर डायवर्सिटी को विस्तार से समझाया। वहीं अंकित दास ने बताया कि एक तृतीय समुदाय का बच्चा भेदभाव तथा स्वीकार्यता नहीं मिलने के कारण बचपन में बहुत ज्यादा मानसिक तनाव से गुजरता है। यदि हम बचपन से ही ट्रांसजेंडर बच्चे को सपोर्ट करें तो उसका भविष्य निश्चित रूप से बहुत अच्छा बनेगा। अंकित दास ने बताया कि जब से वह अपने आप को स्वीकारा है तब से वह बहुत आत्मविश्वास के साथ जी रहा है। कार्यशाला के अंत में दुर्गा महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने अपने विचार रखें। छात्रों के मन में उठने वाले सवालों का भी जवाब अतिथि वक्ताओं द्वारा दिया गया। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने समुदाय के सभी लोगों का मोमेंटो देकर स्वागत किया तथा अच्छे भविष्य के लिए बधाई दी। कार्यशाला में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।