छत्तीसगढ

22 फरवरी को शुरू बजट सत्र के लिए 1900 से ज्यादा सवाल, सरकार और विपक्ष घेरने को हो रहे है तैयार

रायपुर, 15 फरवरी। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के लिए अब तक 1900 से ज्यादा सवाल तैयार किए गए हैं. 22 फरवरी को शुरू होने वाले बजट सत्र के लिए सरकार और विपक्ष ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं विधानसभा के सदस्यों ने प्रश्नों के जरिए अपने-अपने क्षेत्र में मुद्दे तैयार करने शुरू कर दिए हैं. 16 फरवरी से ध्यानाकर्षण और स्थगन प्रस्ताव लिए जाएंगे. यही वजह है कि विधानसभा की अधिसूचना जारी होने के कुछ दिनों के बाद ही 1,915 सवाल तैयार किए जा चुके हैं. प्रश्न लगाने वालों में सत्ता और विपक्ष दोनों के विधायक शामिल हैं.

21 जनवरी को जारी की गई थी अधिसूचना

विधानसभा में बजट सत्र के लिए 21 जनवरी को अधिसूचना जारी की गई थी. इसके बाद से अब तक 1,915 सवाल लगाए गए हैं. इसमें तारांकित 1 हजार 39 और 876 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं. मंगलवार से ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ली जाएंगी. शनिवार को कैबिनेट की बैठक में राज्यपाल के अभिभाषण को मंजूरी दी गई है. इसे राज्यपाल की सहमति के लिए भेजा जाएगा. इसके बाद सत्र के पहले दिन अभिभाषण होगा. इस पर 25 और 26 फरवरी को चर्चा कराई जाएगी.

कोविड गाइडलाइन का किया जाएगा पालन

बजट सत्र में भी कोविड के नियमों को फॉलो करते हुए ही विधानसभा सत्र का आयोजन किया जाएगा. पहले भी कोविड 19 के चलते विधानसभा परिसर में भी नाममात्र के लोगों को ही प्रवेश दिया गया था. वैसे ही इस सत्र में भी प्रवेश के लिए कई तरह की पाबंदियां होंगी. साथ ही ग्लास की दीवारों के बीच सत्र की कार्रवाई की जाएगी.

हंगामेदार होगा बजट सत्र

विधानसभा के बजट सत्र की अधिसूचना जारी होने के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही तैयारियों में जुट गया है. विधानसभा के सदस्यों ने प्रश्नों के जरिए अपने-अपने क्षेत्र के मुद्दों पर काम करना शुरू कर दिया है. इस बार बजट सत्र 22 फरवरी से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा. सत्र में कुल 24 बैठकें होनी हैं. प्रश्नकाल की शुरुआत 23 फरवरी से होगी.

पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण

पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा. इस वजह से पहले दिन प्रश्नकाल नहीं रखा गया है. बैठक के दौरान हर दिन 1 घंटे के लिए होने वाले प्रश्नकाल के लिए विधायकों ने भी होमवर्क शुरू कर दिया है.

विपक्ष आक्रामक भूमिका में आएगा नजर

विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से विपक्ष के विधायक बहुत कमजोर हैं. यहां कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं, जबकि विपक्ष की भूमिका में भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के 4 और बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायक हैं. इसके बावजूद हर बार की तरह इस बार भी विपक्ष आक्रामक भूमिका में नजर आएगा. विपक्ष प्रदेश में बढ़ते अपराध, अवैध शराब की बिक्री, टमाटर उत्पादक, किसानों को हुए नुकसान, हाथियों के आतंक, रेत के अवैध उत्खनन और नशे के कारोबार पर भी सरकार को घेरने की तैयारी में है.

पहले सीएम से होंगे सवाल

विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सबसे पहले विपक्ष के सवालों का सामना करेंगे. उनके साथ वन मंत्री मोहम्मद अकबर और पीएचई मंत्री गुरु रुद्र भी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे. दूसरे दिन पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव, उद्योग मंत्री कवासी लखमा और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से जुड़े विभागों के सवाल-जवाब होंगे. तीसरे दिन गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे. इसके बाद कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया और अंत में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सवालों का जवाब देंगे.

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