छत्तीसगढ

25% धान खरीदी बारदाने से, पहले दिन कलेक्टर करेंगे परिवहन व्यवस्था

रायपुर, 18 नवबंर। इस साल धान खरीदी में 60 हजार टन बढ़ोतरी का अनुमान है। बिलासपुर संभाग में 5 लाख 86 हजार 166 किसानों ने पंजीयन कराया है। जो पिछले साल की अपेक्षा 10 फीसदी अधिक है। साथ ही रकबे में भी दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस बार धान बेचने वाले किसानों को उनके रकबा व पंजीयन के संबंध में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। धान खरीदी के पहले ही दिन परिवहन की भी व्यवस्था करना कलेक्टर की जिम्मेदारी होगी। समर्थन मूल्य पर एक दिसंबर से शुरू हो रहे धान की खरीदी और कस्टम मिलिंग की तैयारी के लिए बुधवार को खाद्य विभाग के सचिव टोप्पेश्वर वर्मा ने संभाग स्तरीय बैठक में कलेक्टर को निर्देश दिए हैं।।

संभाग अयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में मार्कफेड की एमडी किरण कौशल ने कहा कि धान खरीदी और नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने के लिए एफ.ए.क्यू. का सख्ती से पालन करना होगा। भारतीय खाद्य निगम द्वारा इस वर्ष 45 लाख टन केवल अरवा चावल ही लिया जाएगा। इसलिए शुरूआत से ही गुणवत्ता का ध्यान रखना है। धान की उन वैराइटी को चिन्हित किया जाए जिससे उसना चावल बनता है और इसके अनुसार खरीदी केंद्रों में स्टेकिंग की जाए। उन्होंने कहा कि धान खरीदी के साथ ही धान का परिवहन भी शुरू किया जाएगा। इस संबंध में सभी कलेक्टर को व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए।

खरीदी केंद्रों में किसानों को न हो समस्या

किसान पंजीयन और उनके रकबे की जानकारी समितियों में प्रदर्शित किया जाए। इस पर किसानों से दावा आपत्ति प्राप्त किया जाएगा। खाद्य सचिव ने कहा कि धान बेचने वाले किसानों को उनके रकबा पंजीयन के संबंध में कोई समस्या है तो उसका निराकरण भी करें। गलत प्रविष्टि हो तो उसे निरस्त करें। रकबे की प्रविष्टि दो दिन के अंदर पूर्ण करने कहा गया। उपार्जन केंद्रों में शार्टेज की स्थिति की समीक्षा की गई। जीरो शार्टेज का लक्ष्य बनाकर धान खरीदी करने कहा गया।

पहले दिन से किसानों के बारदानों से होगी खरीदी

खाद्य सचिव ने बताया कि 25 प्रतिशत खरीदी किसानों के बारदाने से होगी। किसान बारदानों से पहले ही दिन से खरीदी की जाएगी। बारदानों को लेकर धान बिक्री में किसानों को समस्या नहीं होगी। जो किसान जल्दी बारदाना लेकर आएंगे उनके धान की जल्दी तौलाई हो जाएगी। किरण कौशल ने बताया कि इस वर्ष पीडीएस के बारदानें, मिलर्स के तथा नए एवं पुराने और किसानों के बारदानों से धान खरीदी होनी है। इसके लिए राज्य स्तर पर बारदाना सेल बनाया जा रहा है। उन्होंने जिला स्तर पर भी बारदाना प्रभारी नियुक्त करने कहा जो प्रतिदिन बारदानों की समीक्षा करेंगे। हर केंद्र में भी बारदाना सुपरवाइजर बनाने कहा ताकि बारदानों का समुचित हिसाब किताब हो सके। उन्होंने बताया कि धान और बारदानों के किस्म के अनुसार अलग अलग स्टेकिंग की जाएगी। सभी केंद्रों में स्टेक प्लान तैयार कर प्रदर्शित करने कहा गया।

पहले ही दिन से ही मिलर्स करें धान का उठाव

बैठक में निर्देशित किया गया कि खरीफ सीजन 2021-22 में धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग की तैयारी प्रांरभ करें। पहले ही दिन से मिलर्स उठाव चालू करें। शत प्रतिशत मिलों में ब्लेडिंग मशीन रखना होगा। उपलब्ध मिलिंग क्षमता की समीक्षा की गई। संभाग में 26 लाख 86 हजार 582 टन चावल का उपार्जन अनुमानित है। इसके अनुरूप भण्डारण क्षमता का विस्तार करने कहा गया। चावल के सुरक्षित भण्डारण पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। धान खरीदी के दौरान सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी की व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया गया कि जिससे धान के अवैध परिवहन पर नियत्रंण रखा जा सके।

जिले के 124 केंद्रों में होगी धान की खरीदी

बिलासपुर जिला सहकारी सेवा समिति के अधीन पांच जिले है, जिनमें बिलासपुर मुख्यालय, जांजगीर-चांपा, कोरबा, मुंगेली और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला शामिल है। इन जिलों के सभी समितियों को मान लिया जाए, तो तकरीबन 406 सेवा सहकारी समिति केंद्र है, जबकि बिलासपुर जिला मुख्यालय में ही अकेले 124 केंद्र संचालित हो रहा है। इस संबंध में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सीईओ प्रभात मिश्रा ने बताया कि जिला सहकारी समिति बैंक के अधीन आने वाले सभी केन्द्रों में धान खरीदी के संदर्भ में तैयारियां पूरी हो चुकी है। वहीं फड समितियों की बैठक ली गई है। जिसमें आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए है।

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