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3 घंटे तक चली मैराथन बैठक…फिर क्या हुआ?

नई दिल्ली/रायपुर/। छत्तीसगढ़ का सियासी माहौल शुक्रवार को दिल्ली में देखने मिला। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के साथ राहुल गांधी की 3 घंटे तक चली मैराथन बैठक से खोदा पहाड़ निकली चुहिया की कहावत चरितार्थ हो गई।

प्रदेश के लगभग सभी वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित सांसद, मंत्री, विधायक, महापौर, निगम मंडलों के सदस्य के अलावा अन्य कार्यकर्त्ता भी दिल्ली में मौजूद है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महासचिव वेणुगोपाल ने शुक्रवार को राहुल गाँधी से मिलने का मैसेज दिया था, जिसके बाद सीएम भूपेश शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंचे,जहाँ शाम 4 बजे मुलाकात का समय राहुल से मिला। जो करीब 3 घंटे तक बंद कमरे में चली।

बैठक में योजनाओं पर चर्चा

राहुल गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ करीब साढ़े 7 बजे ये बैठक खत्म हुई। भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राहुल गांधी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण दिया है और वह आगामी सप्ताह छत्तीसगढ़ आकर कई जिलों का दौरा करेंगे। जिसमे तीन दिन का दौरा कार्यक्रम में 2 दिन बस्तर और 1 दिन सरगुजा में रुकेंगे। वहीँ सभी कार्यकर्ताओं से मेल मुलाकात भी करेंगे। भूपेश बघेल ने कहा कि राजनीतिक समावेश को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं हुई है, जिसमें प्रदेश में चल रही योजनाओं की जानकारी राहुल गांधी ने ली। मीडिया के सवालों पर भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की योजनाओं के बारे में लंबी चर्चा कही। मीडिया ने जब ढाई साल फार्मूले पर भूपेश बघेल से पूछा तो वे पहले तो हंसते हुए दरकिनार कर दिया। बाद में उन्होंने कहा कि मंगलवार को ही हमारे प्रभारी ने साफ कर दिया था मई उसी पर ही कायम हु। इतना कहकर सीएम भूपेश कार में सवार होकर एआईसीसी दफ्तर की ओर रवाना हो गए।

इस बीच दिल्ली में छत्तीसगढ़ से पहुंचे कांग्रेसी नेताओं के हुजूम से मीडिया में फिर ढाई-ढाई साल का मुद्दा गरमाने लगा। दिल्ली पहुंचे कांग्रेस नेताओं से जब मीडिया ने दिल्ली आने का कारण पूछा तो सभी ने ढाई-ढाई फार्मूले को दरकिनार करते हुए भूपेश सरकार के अब तक के काम काज की जानकारी देने आना बताया।

इधर मंत्री टीएस सिंहदेव 4 दिनों से दिल्ली में ही मौजूद हैं लेकिन आज की बैठक में राहुल गांधी ने सिंहदेव को नहीं बुलाया है। छत्तीसगढ़ सदन में पहुंचते समय सिंहदेव ने मीडिया को दो टूक कहा कि “मुझे किसी ने समय नहीं दिया है।”

कांग्रेस विधायकों का दिल्ली में डेरा

छत्तीसगढ़ के करीब 54 विधायक दिल्ली पहुंचे हैं, जहां उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से सुबह मुलाकात की। इस दौरान सभी विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान राहुल गांधी से मुलाकात करने की इच्छा पुनिया से जताई। लेकिन पुनिया की कोशिश के बावजूद भी राहुल गांधी से मिलने का समय विधायकों को नहीं मिला। जिसके बाद पुनिया ने कांग्रेस के महामंत्री केसी वेणुगोपाल के साथ कांग्रेस के विधायकों की मुलाकात करवाई गई। यह मुलाकात एआईसीसी कार्यालय में में हुई, जहां कांग्रेस के करीब 54 विधायक केसी वेणुगोपाल से मिलने बस से पहुंचे। इस दौरान सभी विधायकों ने एक स्वर में कहा कि प्रदेश सरकार भूपेश बघेल के नेतृत्व में बीते पौने तीन सालों में सभी योजनाओं को नया रूप देने में सफल हुए हैं। इन सब की जानकारी देने सभी विधायक एक साथ हाईकमान से मिलने पहुंचे हैं। ये सभी विधायक भूपेश बघेल के साथ रहने की अपनी मंशा से महासचिव वेणुगोपाल को अवगत कराना चाहते है।

महापौर और निगम मंडल के सदस्य भी दिल्ली में

छत्तीसगढ़ के 10 महापौर, निगम मंडल के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य सहित एनएसयूआई के पदाधिकारी और अन्य कार्यकर्ता भी दिल्ली पहुंचे हैं। हालांकि इन सभी के पहुंचने के कारण को किसी ने भी स्पष्ट तौर पर नहीं बताया है। सभी की माने तो भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश का कामकाज सुचारू रूप से चल रहा है। इसी भावना को हाई कमान को बताने सभी एकजुट होकर दिल्ली पहुंचे हैं। इन सभी का ये भी कहना है कि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन करना कतई सही नहीं है। जनप्रतिनिधियों का मानना है कि मीडिया में उठ रहे सवालों के कारण सियासत गरमा गई है, लेकिन ढाई-ढाई साल का फार्मूला कांग्रेस में शुरू से ही नहीं है।

वहीं राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेता व छाया वर्मा भी दिल्ली पहुंची है। हालांकि कांग्रेस के सभी नेता दिल्ली जाने की वजह अलग-अलग बता रहे है। कोई भी सरकार के फॉर्मूले को लेकर बात नहीं कर रहा है।

Rahul-Priyanka's meeting with CM Baghel started in Delhi, workers' throbbing intensified
Bhupesh Rahul Meet

राहुल और प्रियंका के साथ बैठे भूपेश

सियासी हलचलों के बीच दिल्ली में आलाकमान के साथ CM भूपेश बघेल करीब 3 घंटे तक चली। इस बैठक में राहुल गांधी के अलावा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा,केसी वेणुगोपाल और प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल हुए। बैठक के दौर के बीच कार्यकर्ताओं की धड़कनें भी तेज रही। सियासी गलियारों में उठ रहे ढाई साल का मुद्दा ही कारण माना जा रहा है।

बैठक में छत्तीसगढ़ में बीते ढाई साल में सरकार के कामकाज को लेकर अहम चर्चा हुई। जिसमे प्रदेश के विकास, योजनाओं और सियासत पर चर्चा होने की बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक के बाद मीडिया से कही।

बैठक के बाद CM भूपेश बघेल AICC कार्यालय में पहुंचकर छत्तीसगढ़ से आये कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मिले। इस दौरान सीएम भूपेश ने सभी को राहुल गाँधी के छत्तीसगढ़ आगमन की बात कही।

फैसला हुआ नहीं और पोस्टर बैनर उतरना शुरू….

रायपुर नगरपालिक निगम सीमा के अंतर्गत काली बाड़ी चौक पर लगा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का विशाल पोस्टर उतार लिया गया। इसी तरह शहर के कई जगहों में भी सीएम भूपेश के लगे जन्मदिन के पोस्टर निगम के कर्मचारियों ने उतार लिया है। गौरतलब है कि रायपुर नगर निगम में स्थानीय सरकार है और महापौर एजाज ढेबर को सीएम भूपेश का ख़ास कहा जाता है। आपको बता दें कि रायपुर और दुर्ग में लगे मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल के जन्‍मदिन के शुभकामनाओं वाले फ्लैक्‍स हटाए जा रहे हैं। जबकि उनके जन्‍मदिन को बीते सिर्फ 4 दिन ही हुए हैं। पहले यह फ्लैक्‍स 15 से 25 दिनों तक लगा हुआ था। इससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस के अंदरखाने में अभी भी सुगबुगाहट तो जरूर है।

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