रायपुर। भोरमदेव कांवर पदयात्रा समिति द्वारा हर साल की तरह इस साल भी 11 अगस्त को पवित्र नर्मदा कुंड कुटीधाम थानखम्हरिया से भोरमदेव मंदिर तक करीब 55 किलोमीटर की पदयात्रा कर 12 अगस्त को कांवरियों का जत्था सामूहिक रूप से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे।
रायपुर प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान समिति के संयोजक बसन्त अग्रवाल ने कहा कि यह कांवर यात्रा लगभग 6 वर्षो से लगातार श्रावण मास में निकाला जा है । कांवर यात्रा में करीब 10 हजार से अधिक लोग शामिल होने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि जब इतनी बड़ी संख्या में गेरूए वस्त्र धारण किये एकजुट होते है है छत्तीसगढ़ में ही बाबा धाम बन चुका होता है । इस यात्रा में साज सज्ज़ा के साथ सभी धर्म के लोग शामिल होते है। समिति के द्वारा सभी कांवरियों को भोजन के साथ साथ यात्रा में सभी सुविधाएं भी मिलती है ।
पदयात्रा में शामिल होने के लिए भोरमदेव कांवर पदयात्रा समिति से संपर्क कर इसमें शामिल हो सकते हैं।
इस कांवर यात्रा के संयोजक बसंत अग्रवाल ने बताया कि यह आयोजन मध्य भारत का सबसे बड़े आयोजनों में से एक है जिसमें भगवान शिव के भक्तों की संख्या तो हजारों में होती ही है इस यात्रा के साथ निकली झाँकियाँ भी आकर्षण का केंद्र होती हैं। यात्रा के दौरान प्रसादी , रहने की व्यवस्था सहित उनकी सेवा की जिम्मेदारी भी समिति निःशुल्क वहन करती है। श्री अग्रवाल ने बताया कि यात्रा में हर वर्ष भक्तों की संख्या स्वस्फूर्त भगवान भोलेनाथ की कृपा से बढती जा रही है । भक्तों का मानना है कि इस कांवड़ यात्रा में शामिल होने और सच्चे मन से मन्नत मांगने से भोलेनाथ भक्तों का दुख हर लेते है और मन्नत भी पूरी करते हैं ।