छत्तीसगढ

गांवों के विकास के लिए गौठान को बनाएं सशक्त: भूपेश बघेल

रायपुर, 12 सितंबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के पाटन क्षेत्र में गांवों के विकास के लिए ग्रामीणों से गौठान को सशक्त बनाने और पैरादान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि धान का उचित मूल्य मिलने से किसानों का रूझान खेती की ओर बढ़ा है।

श्री बघेल ने कहा कि गांवों के विकास को बढ़ावा देने के लिए गौठान का सशक्तिकरण आवश्यक है। गौठान के बनने से यहां जानवरों के रखने की व्यवस्था हो गई।

गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुधन को लोग ज्यादा सहेजने लगे हैं। इससे फसल सुरक्षा भी हो रही है। कुछ किसानों ने बताया कि उन्होंने काफी समय पहले ओन्हारी फसल ली थी। इस बार उन्होंने फिर से यह फसल लगाई है। यह बताता है कि मवेशियों से फसल सुरक्षा बेहद आवश्यक थी।

गौठान और गोधन न्याय योजना से इसका रास्ता खुला। साथ ही जैविक खेती की ओर भी इससे राह प्रशस्त हुई है। उन्होंने कहा कि पिछली बार किसानों ने गौठान के लिए मुक्त हस्त से पैरादान किया था। गोमाता के संवर्धन के लिए ये सबसे उत्तम कार्य है। इस बार भी खेतों में फसल अवशेष जलाएं नहीं अपितु पैरादान करें।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गौठान ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में स्थापित होंगे। अभी स्वसहायता समूह की महिलाओं ने दीपावली को देखते हुए उत्पाद तैयार किये हैं।

इनकी अच्छी बिक्री हो रही है। इन्हें स्थानीय जरूरत के मुताबिक चीजें तैयार करने के लिए कहा जा रहा है। अपने हुनर, गुणवत्ता और मेहनत से ये अपने उत्पादों की बाजार में जगह बना लेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान उत्पादन करने वाले किसानों को एथेनॉल का प्लांट लगने से विशेष मदद मिलेगी, इससे धान उगाने वाले किसानों की समृद्धि और बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि गांवों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को खेती किसानी में किसी तरह की दिक्कत न आये, इसके लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की किश्त ऐसे समय में दी गई जब किसानों को खेती के लिए सबसे ज्यादा राशि की जरूरत होती है।

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