आक्रोशित सफाईकर्मी बैठे अनशन पर, ठेकेदार पर कोर्ट आदेश अवहेलना का लगाया आरोप
महाराष्ट्र। नगर निगम के सफाई कर्मियाें के बैंक खाता में पीएफ की राशि और ओवरटाइम नहीं भेजने पर आक्रोशित कर्मियों ने प्रदर्शन किया। 53 सफाई कर्मियाें की सैलरी 65 लाख था, जैसे कोर्ट न कटौती करके 41 लाख के भुगतान के आदेश दया कोर्ट ने ये भुगतान 26 जनवरी दोपहर 2 बजे तक ऑनलाइन के द्वारा ठेकेदार को करने का आदेश किया। कोर्ट आदेश के बाद भी अभी तक कर्मियों के 41 लाख के भुगतान नहीं क्या गया, जिससे आक्रोशित सफाई कर्मियों अनशन पर बैठने को विवश हुआ।
इस दौरान सफाई कर्मियों ने नगर आयुक्त व संवेदकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कोंकण श्रमिक संघ के अध्यक्ष प्रिया नितेश वाहालकर (शिंदे) ने कहा कि अक्टूबर 2016 से दिसंबर 2018 तक साईं अभियान समिति से हमें की पीएफ की राशि नहीं मिला। ओवरटाइम भी नहीं दिया गया। हलांकि नगर परिषद ने ठेकेदार अभिजीत नामपल्लीवाल को भुगतान कर दिया है लेकिन ठेकेदार अभिजीत ने सफाई कर्मियों को भुगतान यही किया। उन्होंने कहा कि हम माथेरन जीरथान नगर परिसद के तहत काम कर रहे हैं और हम सड़कों, सुरंगों, स्वच्छता कार्यों आदि के रूप में सफाई का काम कर रहे हैं। तीन वर्षो से हमारा रूपये नहीं मिले जिससे सभी सफाईकर्मी नाराज है। ये राशि पहले हमें अपनी अन्य अवधि में देने के लिए कह रहे हैं और फिर हम पीएफ राशि के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करने के लिए आगे बढ़ेंगे।
अनशन पर बैठे गरीब श्रमिकों की सुनने वाला कोई नहीं है। उनकी मांग है कि ठेकेदार के सारे ठेके को रद्द किया जाये और उनके खिलाफ कड़े कदम उठाया जाये।