छत्तीसगढ़ में 84% खरीफ बोनी पूर्ण, लक्ष्य से अधिक ऋण
रायपुर, 11 अगस्त। राज्य में खरीफ फसलों की बुआई अंतिम चरण की ओर है। कृषि विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 10 अगस्त तक धान, अन्य अनाज के फसलों सहित तिलहन और साग-सब्जी की बुआई 40 लाख 71 हजार 560 हेक्टेयर में हो चुकी है, जो कि चालू खरीफ सीजन के लिए निर्धारित बोआई के लक्ष्य का 84 प्रतिशत है। दूसरी और इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के बढ़कर 77% अधिक है।
लक्ष्य से अधिक हो चुकी बुआई
अब तक राज्य में 33 लाख 68 हजार हेक्टेयर में धान, 2 लाख 54 हजार 820 हेक्टेयर में अन्य अनाज की फसलों सहित 2 लाख 27 हजार 990 हेक्टेयर में दलहन, एक लाख 21 हजार 480 हेक्टेयर में तिलहनी और 99 हजार 270 हेक्टेयर रकबे में साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की बुआई पूरी कर ली गई है। राज्य में खरीफ सीजन 2021 में 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य है।
इसमें 36 लाख 95 हजार 420 हेक्टेयर में धान, 3 लाख 60 हजार हेक्टेयर में अन्य अनाज की फसलें और 3 लाख 76 हजार 670 हेक्टेयर में दलहन, 2 लाख 55 हजार 490 हेक्टेयर में तिलहन और एक लाख 32 हजार 340 हेक्टेयर में साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की खेती का लक्ष्य निर्धारित है।
निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अब तक धान की 91 प्रतिशत, दलहन की 61 प्रतिशत, तिलहन की 48 प्रतिशत और साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की 75 प्रतिशत बोनी पूरी हो चुकी है।
77% अधिक कृषि ऋण का वितरण
इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4 हजार 104 करोड़ 24 लाख रूपए का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 77 प्रतिशत है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है।
अब तक किसानों ने 2 लाख 59 हजार 500 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 25 करोड़ 95 लाख रूपए है। राज्य में चालू खरीफ सीजन में फसल विविधीकरण के तहत धान के बदले 3 लाख 44 हजार 398 हेक्टेयर रकबे में अन्य फसलों की खेती का लक्ष्य है, जिसके विरूद्ध अब तक 4 लाख 30 हजार 813 किसानों के 2 लाख 76 हजार 561 हेक्टेयर रकबे का चयन किया जा चुका है, जो निर्धारित लक्ष्य का लगभग 80 प्रतिशत है।