
जयपुर/राजस्थान, 06 अक्टूबर। Fire SMS Hospital : राजधानी जयपुर के प्रतिष्ठित सवाई मान सिंह (SMS) अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आज एक भीषण हादसा हो गया। ICU वार्ड में अचानक लगी आग से पूरे अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताया जा रहा है। इस दर्दनाक घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य मरीजों और स्टाफ को समय रहते बाहर निकाला गया।

हादसे के वक्त मची भगदड़
हादसे के समय ICU में कई मरीज भर्ती थे। आग लगते ही वार्ड में धुंआ फैल गया और वहां मौजूद मरीजों की सांसें घुटने लगीं। प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आग लगने के दौरान अस्पताल का स्टाफ, डॉक्टर और कंपाउंडर मौके से भाग खड़े हुए, जिससे हालात और भी बिगड़ गए।
परिजनों का कहना है कि आग लगने के बाद दमकल विभाग को देर से सूचना दी गई, और अस्पताल प्रबंधन की ओर से समय पर राहत और बचाव कार्य शुरू नहीं किया गया। कई मरीजों की जान समय पर ऑक्सीजन सपोर्ट या अन्य सहायता नहीं मिलने के कारण गई।

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जताया शोक
इस भयावह हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरा दुख प्रकट किया है।प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पीएम मोदी का बयान साझा करते हुए लिखा, राजस्थान के जयपुर स्थित एक अस्पताल में आग लगने से हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी हादसे पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है।

दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। आग पर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया, लेकिन तब तक ICU में मौजूद 8 लोगों की मौत हो चुकी थी।
हादसे की जांच के आदेश
राज्य सरकार ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि अस्पताल में फायर सेफ्टी सिस्टम काम कर रहा था या नहीं।
