इंस्टीटूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की रायपुर शाखा ने आयोजित किए 3 वेब सेमिनार, वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग एप्प के ज़रिए हुआ कार्यक्रम
0 पहली बार दो राज्यों ( छत्तीसगढ़ एवं झारखंड) की 5 शाखाओं ने मिलकर कार्यक्रम आयोजित करवाया
0 कोविड 19 के चलते आयकर अधिनियम में परिवर्तन, प्रोफेशनल एथिक्स एवं बैंक ऑडिट पर आयोजन करवाया वेबिनार
0 वेबिनार को सुनने दो प्रदेशों के अलावा देश के कई शहरों जैसे राजकोट, जम्मू, अम्बाला, आदि से भी चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने शिरकत ली
रायपुर। इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रायपुर शाखा ने अपने सदस्यों के लिए 3 बड़ी कार्यशाला का आयोजन किया। यह आयोजन रायपुर, भिलाई, बिलासपुर, रांची एवं जमशेदपुर शाखा ने मिलकर आयोजित किया।
रायपुर शाखा के अध्यक्ष किशोर बरडिया एवं सचिव रवि गवलानी ने बताया कि रायपुर शाखा के 40 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि दो राज्यों की शाखाओं ने मिलकर कार्यक्रम को आयोजित किया है, अभी तक कार्यक्रम प्रदेश की शाखाओं ही मिलकर आयोजित करती आ रही थी।
लॉकडाउन के चलते सारे सदस्य अपने घरों में ही सीमित हो गए हैं और सबके सुझाव आ रहे थे की ऑनलाइन सेमिनार अर्थात कार्यशाला आयोजित की जाए। जिससे विगत दिनों में सरकार द्वारा किये गए नियमों में बदलाव को घर बैठे अच्छे से समझ सकें। जिसे लॉकडाउन खुलने के बाद बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं दे सकें।
रायपुर शाखा ने कोविड 19 के लॉकडाउन के बाद सरकार द्वारा किये गए आयकर अधिनियम में बदलाव के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया जिसमें इंदौर के विशेषज्ञ मनीष दाफारिया जी को विषय पर रोशनी डालने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस वेबिनार में लगभग 300 चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ने भाग लिया और घर बैठे ही सबने नए नियमों को समझा।
इसके बाद एक वेबिनार प्रोफेशनल एथिक्स में बदलाव पर आयोजित किया गया, यह वेबिनार रायपुर शाखा ने यूट्यूब पर आयोजित किया था। इसमें वक्तव्य देने इंस्टीटूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, दिल्ली की केंद्रीय समिति की सदस्य केमिषा सोनी जी को आमंत्रित किया गया था, उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से सी ए जिन डाक्यूमेंट्स में हस्ताक्षर करेंगे उसके लिए बहुत सारे नियमों में बदलाव किया गया है, यह बदलाव आज से दस साल पहले किया गया था और उसके बाद यह पिछले साल किया गया है। अगर कोई भी CA इन नियमों के विपरीत जाकर कोई सिग्नेचर करता है तो उसके खिलाफ करवाई की जा सकती है।
तीसरा वेबिनार बैंक ऑडिट के विषय पर करवाया गया था, जिसमें वक्तव्य देने इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के पूर्व अध्यक्ष अमरजीत चोपड़ा जी, दिल्ली एवं वरिष्ठ अनुभवी अजय कुमार जैन, दिल्ली को आमंत्रित किया गया था। बैंक ऑडिट का काम अप्रैल के प्रथम सप्ताह में किया जाता था, लेकिन इस वर्ष बैंकों ने RBI एवं SEBI के निर्देश अनुसार ऑडिट को लॉकडाउन के बाद करवाने का निर्णय किया है। इसमें सरकारी बैंक की लगभग सारी शाखाओं का अंकेक्षण किया जाता है। इस बार सबसे बड़ी चुनौती यह रहेगी कि अंकेक्षण के काम में पिछले वर्ष तक बैंक बाहर के शहरों में भी भेजा करती थी लेकिन इस वर्ष यह देखना पड़ेगा कि बैंक क्या निर्णय लेती है।
वेबिनार में मुख्य रूप में रायपुर से किशोर बरडिया, शशिकांत चंद्राकर, रवि ग्वालानी, अमिताभ दुबे, सुरेश बधान, रिद्धि जैन, सुनील जोहरी, चेतन तारवानी, करन गुप्ता; भिलाई से अमित राय, प्रफुल्ल कोठारी; बिलासपुर से विवेक अग्रवाल, अविनाश टुटेजा; रांची से मनीषा बियानी, पंकज मक्कड़, प्रभात कुमार एवं जमशेदपुर से संजय गोयल, सुगम सराइवाला, आदि उपस्थित थे।