देखें वीडियो… सरकार का ध्यान आकर्षण करने बरोजगार कोरोना वॉरियर्स का यह प्रदर्शन चर्चा में…
रायपुर, 23 अक्टूबर। प्रदेश के अलग-अलग जिलों के कोविड सेंटर, अस्पताल और जांच से जुड़ी लैब में अनेक सवास्थ्यकर्मी काम कर रहे थे। कोरोना की रफ्तार जैसे ही कम हुई इन हेल्थ वर्कर्स को नौकरी से निकाल दिया, इसलिए अब ये बेरोजगार हैं।
काम से निकाल दिए जाने के बाद पिछले कई दिनों से सभी रायपुर के धरना स्थल पर धरना दे रहे थे। इन कोरोना वॉरियर्स ने शनिवार की सुबह को अनोखे ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी रायपुर में अपनी मांगों को लेकर विगत 63 दिनों से प्रदर्शन कर रहे क्रांतिकारी कोरोना योद्धाओं ने सड़क पर आज सुबह कफन ओढ़कर प्रदर्शन किया।
कोरोना योद्धा लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार के तरफ से अभी तक कोई भी सकारात्मक पैगाम कोरोना योद्धाओं को नहीं भेजा गया हैं। दरअसल कोरोना योद्धाओं ने आज प्रदर्शन का एक अनूठा तरीका निकाला और सुबह 5 बजे से इंडोर स्टेडियम के पास वाली सड़क पर कफन ओढ़कर सो गए। सड़क से आने जाने वाले लोगों के लिए यह प्रदर्शन चर्चा का विषय बना रहा।
लगतार कर थें प्रदर्शन सरकार का कोई ध्यान नहीं
पिछले 63 दिनों से प्रदर्शन कर रहे कोरोना योद्धा अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार कोरोना योद्धाओं की मांगों पर कोई विचार नहीं कर रहा है । पिछले दिनों प्रदर्शन कर रहें कोरोना योद्धाओं में से एक कोरोना योद्धा को सांप ने काट दिया था । प्रदर्शन कर रहे लोगों की तबियत खराब होने की भी लगातार खबरें आते रहती हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहीं है ।
सरकार फंड नहीं है कहकर बेरोजगार कर रही
क्रांतिकारी कोरोना योद्धा संघ के बैनर तले पिछले कई दिनों से रायपुर में धरना जारी है। कोविड-19 के संकट काल के दौरान अपनी सेवाएं अस्पताल, क्वॉरेंटाइन सेंटर और लैब में दे चुके युवाओं के सामने अब दो वक्त की रोटी का संकट है। प्रदेश में चल रहे अस्थाई सेंटर को बंद करने की वजह से इनका काम छिन गया, इसमें नर्स, वार्ड बॉय, लैब टेक्नीनिशियन जैसे करीब 3 हजार लोग हैं। अब इनकी मांग है कि इन्हें नियमित तौर पर काम पर रखा जाए और समय पर वेतन दिया जाए।