
रायपुर, 4 जून। Bhent Mulakat : भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अंतागढ़ विधानसभा के पोडगांव ग्राम पहुंचे। वहां उन्होंने अंतागढ़ परगना के सिपाही माने जाने वाले टोंगराज बाबा के मंदिर के नए स्वरूप को स्थानीय जनता को लोकार्पित किया।
पारंपरिक विधि विधान से की पूजा अर्चना
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार (Bhent Mulakat) जगदलपुर के प्रथम राजा अन्नमदेव के द्वारा अपने राज्य के अंतिम छोर पर बसे अंतागढ़ विधानसभा के पोड़गांव गांव में राज्य की सरहद पर रक्षा के लिए टोंगराज बाबा की प्रतिमा को स्थापित करवाया गया था।
आज मंदिर के लोकार्पण पर मां दंतेश्वरी के अंगरक्षक माने जाने वाले देवताओं को भी टोंगराज बाबा के मंदिर में लाया गया था, इसमें क्षेत्र के प्रमुख देव माने जाने वाले कोसर्रा डोकरा बाबा एवं अन्य रक्षक अंतागढ़ की देवता देवली दाई, नयापारा के चूंगा बाबा की भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पारंपरिक विधि विधान से पूजा अर्चना की और ग्राम की रक्षा की कामना देवी देवताओं से की. इस अवसर पर देवगुड़ी परिसर में मुख्यमंत्री ने कदंब के पौधे का रोपण भी किया।
सौंदर्यीकरण के लिए 28 देव गुड़ियों का लोकार्पण व भूमि पूजन
अंतागढ़ विधानसभा (Bhent Mulakat) के पोडगांव में मुख्यमंत्री द्वारा देवगुड़ी के दर्शन उपरांत अंतागढ़ विधानसभा के लिए 1.73 करोड़ रूपयों की लागत से सौंदर्यीकरण के लिए 28 देवगुडियों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिसमें उन्होंने 1.62 करोड़ रूपयों की लागत से सौंदर्यीकरण के लिए 26 ग्रामों की देवगुडियों का भूमिपूजन तथा 5.5-5.5 लाख रूपयों की लागत से सौंदर्यीकरण किये गए ग्राम कामता एवं पानावार की देवगुडियों का लोकार्पण किया।