Bihar Elections : पहले चरण में 121 सीटों पर बड़ा दांव…! तेजस्वी, तेजप्रताप और मैथिली ठाकुर की टक्कर…परिवार और युवा चेहरे तय करेंगे चुनावी दिशा
डेस्क, 05 नवंबर। Bihar Elections : बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। गुरुवार को पहले चरण के मतदान के साथ ही 18 जिलों की 121 सीटों पर जनता अपने प्रतिनिधियों का फैसला करेगी। पहले चरण में सत्ता और विपक्ष दोनों के दिग्गज मैदान में हैं, जिनमें तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, मैथिली ठाकुर, अनंत सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जैसे नाम शामिल हैं।
इस चरण की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि 2020 के चुनाव में इन सीटों में 61 सीटें महागठबंधन ने जीती थीं, जबकि एनडीए के खाते में 59 सीटें गई थीं। इस बार समीकरण बदले हैं, लोजपा एनडीए के साथ और वीआईपी महागठबंधन के साथ। ऐसे में पहले चरण की लड़ाई सिर्फ जीत की नहीं बल्कि विरोधी के गढ़ में सेंध लगाने की भी जंग बन गई है।
मुख्य मुकाबले
तारापुर : उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैदान में, जबकि सिटिंग जदयू विधायक राजीव सिंह का टिकट काटा गया। राजद ने अरुण साह को फिर मौका दिया है और जन सुराज पार्टी से डॉ. संतोष कुमार सिंह मुकाबले में हैं।
अलीनगर : 25 वर्षीय लोकगायिका मैथिली ठाकुर के भाजपा प्रत्याशी बनने से मुकाबला गर्म। राजद के विनोद मिश्र और जन सुराज पार्टी के विप्लव चौधरी उनके विरोधी।
लखीसराय : उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा बनाम कांग्रेस के अमरेश अनीश, जन सुराज पार्टी के सूरज कुमार त्रिकोणीय मुकाबले में।
महुआ : तेजप्रताप यादव के सामने बहुकोणीय चुनौती। राजद के डॉ. मुकेश रौशन, लोजपा-रामविलास के संजय सिंह और बागी उम्मीदवार डॉ. आसमां परवीन मैदान में।
राघोपुर : तेजस्वी यादव एनडीए के सतीश यादव से भिड़ रहे हैं। जन सुराज और जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवार भी मैदान में।
साहेबगंज: मंत्री राजू सिंह चौथी बार जीत की कोशिश में। यादव और राजपूत वोट बैंक निर्णायक।
बोचहां : अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट, अमर पासवान और भाजपा की बागी बेबी कुमारी के बीच कांटे की टक्कर।
नालंदा : मंत्री श्रवण कुमार बनाम कांग्रेस के कौशलेंद्र उर्फ छोटे मुखिया, युवाओं और सत्ता विरोधी लहर पर नजर।
छपरा : भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव की एंट्री से ग्लैमर और त्रिकोणीय मुकाबला।
हरनौत : 84 वर्षीय जदयू विधायक हरिनारायण सिंह अपनी दसवीं जीत की कोशिश में।
अस्थावां : पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह की जीत या हार से पिता के राजनीतिक भविष्य का फैसला।
पहले चरण (Bihar Elections) की यह लड़ाई राज्य की राजनीतिक दिशा तय कर सकती है। दिग्गज नेताओं के साथ नए चेहरे मैदान में आने से चुनावी समीकरण में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।




