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Biranpur violence case : बिरनपुर हिंसा पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बयान पर शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, कहा यह आचार संहिता का उल्लंघन

रायपुर, 17 अक्टूबर। Biranpur violence case : राजनांदगांव में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की नामांकन रैली में शामिल होने पहुंचे केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बिरनपुर हिंसा मामले में दिए गए बयान के खिलाफ कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चुनाव आयोग के शिकायत दर्ज कराई है। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, घनश्याम राजू तिवारी, सुरेन्द्र वर्मा, अजय साहू, नितिन भंसाली, मणी वैष्णव, सुजीत घिदौड़े उपस्थित थे।

मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जाकर चुनाव आयोग को दी गई शिकायत शाह के बयान को कोड करते हुए कहा गया कि – भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा के राजनांदगांव के प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह के नामांकन के लिए आयोजित सभा में दिये गये अपने भाषण में दंगा भड़काने के उद्देश्य से गलत बयानी करते हुए कहा कि उन्होंने बेमेतरा जिले के बीरनपुर में हुये हत्या के मामले को लेकर अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा, भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया। भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।

कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा है कि अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। गृह मंत्री ने चुनावी फ़ायदे की नीयत से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल झूठ है। हक़ीक़त यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ़्तार करके जेल भेजा था। यह प्रयास स्पष्ट तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से केंद्रीय मंत्री अमित शाह, रमन सिंह और अरुण साव के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।

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