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Blackmailing Gang : रायपुर पुलिस ने दिल्ली के दो ठगों को किया गिरफ्तार

रायपुर, 18 अप्रैल। Blackmailing Gang : ठगों के गिरोह लोगों को ठगने के नित नए तरीके अपना रहे हैं। हालांकि पुलिस जितनी सतर्क है, ठग उतना ही दीगर रास्ता अपनाकर आपने आप को बचने की कोशिश करती है, लेकिन पुलिस से बच नहीं सकती। ऐसा ही एक ठगी का मामला रायपुर पुलिस ने खुलासा किया है।

रायपुर की पुलिस ने दिल्ली के दो ठगों को गिरफ्तार किया है। ये लोगों को पहले लोन देते थे फिर एप के जरिए पर्सनल फोटोज चुराकर उन्हें ब्लैकमेल किया करते थे। बड़े ही प्रोफेशनल ढंग से यह आरोपी अपना गैंग चला रहे थे। बकायदा एक कॉल सेंटर भी बना रखा था। देशभर में इसी तरह से लोगों को ब्लैकमेल कर यह करोड़ों रुपए ऐंठ चुके हैं। रायपुर की क्राइम एंड साइबर यूनिट ने इन्हें गिरफ्तार किया है।

सोमवार को रायपुर के सिटी एसपी तारकेश्वर पटेल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि भाठगांव की रहने वाली एक महिला को इसी तरह से झांसे में लेकर ठगों ने फंसाया। पुलिस ने इस मामले में 47 साल के कुंदन सिंह और 37 साल के राहुल बड़वाल को गिरफ्तार किया है। यह दोनों ही दिल्ली के रहने वाले हैं। महिला ने बताया कि इन बदमाशों ने उसकी तस्वीर का गलत इस्तेमाल करके ठगी की है।

इस तरह की मशीनों से लोगों को ठगने के लिए सारा दिन फोन कॉल किए जाते थे।

इस तरह की मशीनों से लोगों को ठगने के लिए सारा दिन फोन कॉल किए जाते थे।

लोन ऐप के जरिए बुनते हैं लोगों को फंसाने का जाल

इस मामले में गिरफ्तार हुए दोनों ठगों ने कुछ ऑनलाइन लोन ऐप बना रखे थे। जैसे कूल कैश, फुल कैश, गुरु क्रेडिट, बज शॉप, लोन स्काई, लोन फास्ट रूपी, पैसा वाला, कैश गोल, ब्राइट मनी, ऑनलाइन लोन, रूपी स्प्रे रूपी, कैश बज, इजी बोरल, हेलो रूपी, लकी रूपी, क्रेडिट कैश, इंडियन मनी, रूपी कॉइन, गोल्ड लोन, ऑनलाइन लोन और कैश डिस्कवर लोन, एक्सप्रेस लोन,जैसे नामों से कई फर्जी ऐप बनाकर रखे हुए थे।

अक्सर लोग ऐप को इंस्टॉल करने के बाद उसमें फोटो कैमरा या कॉन्टैक्टस की प्राइवेसी को एक्सेप्ट कर लेते हैं। कई बार ऐप जानबूझकर भी ऐसा बनाया जाता है जिससे आपको ये एक्सेप्ट करना ही पड़े। इसी का फायदा ये ठग उठा रहे थे। फिर लोन ऐप होने की वजह से झांसे में वो लोग फंसते थे जिन्हें पैसों की जरूरत है।

लोग ऐप डाउनलोड करते पर्सनल डेटा को भी एक्सेस दे देते और लोन के लिए अप्लाय करतेे। ठग लोगों को 10 से 50 हजार रुपए तक का लोन अमाउंट भी भेज देते थे। इसके बाद भरोसा जीतकर ये लोगों के पर्सनल डेटा को चुराते थे। लोगों की पर्सनल फोटोज निकाल लिया करते थे कई महिलाओं की फोटोज निकालकर यह उन्हें अश्लील फोटो में एडिट करके फिर महिलाओं को ब्लैकमेल किया करते थे। रायपुर के भाटा गांव की रहने वाली महिला के साथ भी ऐसा ही हुआ। उस महिला को 50 हजार देकर इन्होंने 4 लाख रुपए ले लिए।

ऐसे आए पकड़ में

पुलिस के पास जब महिला ने अपनी शिकायत दर्ज करवाई। तो जांच टीम ने महिला से उन तमाम नंबरों की जानकारी ली जिन नंबरों से फोन करके ठग महिला और उसके रिश्तेदारों को ब्लैकमेल कर रहे थे। उन नंबरों और जिन खातों में महिला ने पैसे जमा कराए उनकी डिटेल्स एनालिसिस करने पर पुलिस की टीम को पता चला कि ठग दिल्ली में रहकर ऑपरेट कर रहे हैं। इसके बाद 5 दिनों तक रायपुर पुलिस की टीम दिल्ली में रही वहां आरोपियों के लोकेशन को ट्रेस करने गिरफ्तार किया गया।

आरोपियों के पास से ये चीजें हुई बरामद

इनके पास से पुलिस को 9 कंप्यूटर मॉनिटर, 6 कीबोर्ड कंप्यूटर, 9 कंप्यूटर सीपीयू, दो सर्वर सीपीयू, सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर इंटरनेट बॉक्स, सिम बॉक्स 32 पॉट और 8 सिम पॉट वाला। इससे ये एक समय में कई नंबरों को कनेक्टर करके बात करते थे। यह एक कॉल सेंटर चला रहे थे और देश भर के कई लोगों से यह करोड़ों रुपए वसूलने की बात कबूल चुके हैं। अब हर मामले में पुलिस इनसे डिटेल में पूछताछ कर रही है।

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