Blind Faith : जादू-टोना के शक में 4 लोगों ने गला घोंटकर मारा

बस्तर, 8 सितंबर। Blind Faith : छत्तीसगढ़ के बस्तर के ग्रामीण अंचलों में आज भी अंधविश्वास और अशिक्षा लोगों की एक दूसरे की जान की दुश्मन बनी हुई है। जादू-टोना के शक में ग्रामीण एक दूसरे की हत्या कर रहे हैं। दंतेवाड़ा जिले में भी जादू-टोना के शक में 4 लोगों ने मिलकर एक दंपति की हत्या कर दी है। सभी चार आरोपी देर रात दंपति के घर में घुसे और पहले बुरी तरह से उनकी पिटाई की। जिसके बाद गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी।
आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
इस घटना को अंजाम देने के बाद चारों आरोपी फरार (Blind Faith) हो गए थे। जिसके बाद पुलिस ने इनकी पतासाजी कर घटना के कुछ ही घंटों बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों में एक ही परिवार के 3 लोग शामिल हैं, जबकि एक गांव का ही ग्रामीण है। फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वही जादू-टोना के शक में एक बार फिर 2 निर्दोष ग्रामीण मौत की बलि चढ़ गए हैं।
घर में घुसकर पति पत्नी की कर दी हत्या
मामला दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र के जबेली गांव का है। यहां रहने वाले एक दंपति पर कुछ ग्रामीणों को जादू टोना का शक था। इसको लेकर दंपति से आरोपियों का विवाद भी हुआ था। कुछ दिनों से ग्रामीण इन दोनों की रेकी कर रहे थे और एक दिन मौका पाकर अचानक रात में स्कूल पारा में रहने वाले ग्रामीण भीमा करटामी के घर में गांव के चार ग्रामीण घुसे और उसकी लात घूंसों से पिटाई कर दी।
इस दौरान भीमा करटामी की पत्नी नंदे करटामी उसे बचाने आई लेकिन चारों आरोपियों ने महिला को भी नहीं बक्शा और जादू टोना करते हो कहकर उसकी भी जमकर पिटाई कर दी और उन्हें मार मार कर अधमरा कर दिया और जिसके बाद दोनों की गला घोंटकर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद सभी चारों आरोपी फरार हो गए।वारदात के कुछ देर बाद आसपास के ग्रामीणों ने घर मे देखा तो पति पत्नी की लाश पड़ी हुई थी, जिसकी सूचना ग्रामीणो ने पुलिस को दी।
एक ही परिवार के 3 सदस्य निकले आरोपी
इधर पुलिस ने मामला दर्ज कर जब छानबीन (Blind Faith) करनी शुरू की तो पता चला कि, गांव के एक परिवार के साथ कुछ दिन पहले जादू टोना के शक पर ही इनका विवाद हुआ था। पुलिस ने शक के आधार पर उसी परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिन्होंने हत्या करने की बात कबूल की। हत्या में शामिल देवा कोर्राम, लखमा कोर्राम और लिंगा कोर्राम और एक अन्य ग्रामीण सुक्का कोर्राम भी शामिल था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।