छत्तीसगढ

CM ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का किया अनावरण…कहा- गांधी जी की प्रतिमा उनके आदर्शों, सिद्धांतों, त्याग और बलिदान की याद ताजा करती रहेगी

रायपुर, 2 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती के अवसर पर नवा रायपुर स्थित मंत्रालय महानदी भवन परिसर में बापू की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपने निवास कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गांधी प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मंत्रालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा, गांधीजी के आदर्शों, सिद्धांतों, उनके त्याग और बलिदान की याद ताजा करती रहेगी। बापू की प्रेरणा हम सब को सही रास्ता दिखा रही है। उन्होंने कहा कि दुविधा की स्थिति में जब कोई कठिन फैसला लेना होगा, तो गांधीजी के आदर्श और सिद्धांत सही निर्णय लेने में मदद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बापू हम सबके मन में बसे हैं। उन्होंने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में अंग्रेजों के खिलाफ बस्तर में शहीद गेंदसिंह और रायपुर अंचल में शहीद वीरनारायण सिंह ने आजादी का अलख जगाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आजादी के लिए संघर्षरत अलग-अलग धाराओं को एकजुट किया और निर्णायक संर्घष के लिए इसे अहिंसा एवं सत्याग्रह के रास्ते पर आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान बापू का छत्तीसगढ़ भी आगमन हुआ। छत्तीसगढ़ का जनमानस बापू से प्रेरित रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का ग्राम स्वराज एवं ग्राम उत्थान का प्रयोग वास्तव में आत्मोत्थान से जुड़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महानदी मंत्रालय में बापू की प्रतिमा का अनावरण हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गांधी जी के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि हम कोई भी निर्णय लेने के पहले यह भी विचार करें कि समाज के अंतिम व्यक्ति पर इस फैसले का क्या प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बापू की प्रतिमा प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों में बापू जैसी संवेदनशीलता का संचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद भारत माता के अनेक महान सपूतों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वाधीनता संग्राम को निर्णायक मोड़ तक ले जाने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग लिया और सत्य, अहिंसा, समरसता, अपनी सरलता और सहजता से जनमानस में राष्ट्रीयता की भावना जागृत की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लोगों से गांधीवाद को समझने और उसका अनुसरण करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत मंत्री टी. एस. सिंहदेव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय विनोद वर्मा और राजेश तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव सिद्दार्थ कोमल परदेशी भी उपस्थित थे। मंत्रालय में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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