छत्तीसगढराज्य

Collector Meet Construction Agencies : सड़कों की बदहाली पर भड़के कलेक्टर

जांजगीर-चाम्पा, 6 अगस्त। Collector Meet Construction Agencies : कलेक्टर तरण प्रकाश सिन्हा ने आज निर्माण एजेंसियों के अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान सड़कों की बदहाली पर उनका खूब गुस्सा फूटा। सड़क, सरकारी भवन सहित अन्य निर्माण कार्यों की प्रगति को देखकर कलेक्टर ने लोक निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, हाऊसिंग बोर्ड, जल संसाधन, प्रधानमंत्री सड़क योजना सहित नेशनल हाइवे के अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी जताई।

निर्माण एजेंसियों की कार्यशैली पर कलेक्टर ने जताई कड़ी नाराजगी

उन्होंने कहा, जिले के अधिकांश सड़कों की हालत खराब है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ गई है। बरसात आ गई है। अभी गड्ढे नहीं भरेंगे तो कब भरेंगे ? आपने टेंडर के लिए पहले क्यों नहीं भेजा ? यह सब आपका विभागीय काम है। कार्यों में लापरवाही दिख रही है। न बैठक लिया जा रहा है। न काम करा पा रहे हैं और न ही खुद ठीक से काम कर रहे हैं। इस तरह बिल्कुल नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्य सरकार से लेकर उच्च अधिकारियों के भी निर्देश है कि सभी प्रमुख सड़के गड्ढ़ेविहीन रहने चाहिए। फिर भी काम नहीं कर पा रहे हैं। आप लोगों ने पहले से प्रस्ताव भी नहीं बनाया है। अब मैं कुछ नहीं जानता।

कोई बहाना नहीं 10 अगस्त तक गड्ढे भरना शुरू करें

अपने अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक (Collector Meet Construction Agencies) नहीं लेने और कार्यों की समीक्षा नहीं होने की बात कहते हुए कलेक्टर ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्यों में सुधार नहीं लाया गया तो वे उच्च अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के लिए सूचित करेंगे। 10 अगस्त से सड़कों को गड्डा भरने का काम चालू हो जाना चाहिए और मुझे काम होते फ़ोटो भी भेजें। कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को विशेष मरम्मत और वार्षिक मरम्मत के अंतर्गत कार्य करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि शासन के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। सरकारी भवनों, आवासीय भवनों सहित अन्य कार्यों के लिए प्रस्ताव बनायेंगे तो स्वीकृति जरूर मिलेगी। उन्होंने सड़कों, भवनों के मरम्मत नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि लोक निर्माण विभाग अन्य निर्माण एजेंसियों की मातृ विभाग होती है। आपके कार्यों का अन्य विभाग अनुसरण भी करते हैं।

पीडब्लयूडी वाले ही लापरवाही करेंगे तो दूसरे विभाग और लापरवाही करेंगे। कलेक्टर ने नेशलन हाइवे के अधिकारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि संबंधित सड़कों की मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू कराए और नेशनल हाइवे में आकर जुड़ने वाले ग्रामीण सड़कों के पास संकेतक सहित अन्य सूचना बोर्ड लगाए। उन्होंने गृह निर्माण मण्डल, लोक स्वास्य यांत्रिकी विभाग, प्रधानमंत्री सड़क योजना, सेतु विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की और कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी सहित निर्माण एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक ही नहीं इसलिए कार्यों में प्रगति नहीं

कलेक्टर ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आरईएस के कार्यों की समीक्षा में पाया कि अधिकांश कार्यों का समय पर मूल्यांकन, तकनीकी प्राक्कलन नहीं हो पा रहे हैं। सांसद, विधायक मद, प्राधिकरण के अलावा 15 वें वित्त, डीएमएफ के कार्य सहित समग्र शिक्षा, शिक्षा मद आदि के कार्यों में प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर ने कार्यपालन अभियंता पर नाराजगी जाहिर की।

कलेक्टर ने जब अपने अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा कब-कब किए जाने की जानकारी मांगी तो वे ठीक से जवाब न दे सकें। कलेक्टर ने कहा जब आप लोग जिम्मेदार अधिकारी होकर स्वयं समय पर दफतर नहीं आयेंगे और अपने अधीनस्थ अधिकारियों की मीटिंग लेकर योजनाओं, कार्यों की समीक्षा नहीं करेंगे तो कार्यों में प्रगति कहा से दिखेगी ? आप लोग के पीछे सरपंच, जनप्रतिनिधि घूम रहे हैं। कोई कार्य समय पर पूरा नहीं हो रहा है। आप लोग हर 15 दिन और एक माह में बैठक लीजिए। मैं अब हर माह आप सभी की बैठक लूंगा।

काम नहीं कर रहे तो करें ब्लैक लिस्ट

कलेक्टर सिन्हा ने जल संसाधन अंतर्गत कार्यों की समीक्षा करते हुए लाइनिंग, बरॉज सहित अन्य कार्यों में समय सीमा पार हो जाने के बाद भी लंबित रहने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कार्यपालन अभियंता से कहा कि किसी कार्य को पूरा कराने की समय सीमा होती है। कई कार्यों में समय-सीमा इतना ज्यादा हो गया है, लेकिन कार्य अधूरा ही है। कलेक्टर ने कहा कि आप सभी इंजीनियर और जानकार हो। कार्य कब तक पूरा कराना है। यह जानते हो।

किसी भी कार्य को लेने के लिए ठेकेदार निविदा भरता है। उन्हें भी समय की जानकारी होती है। यदि किसी कार्य में अधिक समय लगने की संभावना है तो, अधिक समय डालिए, लेकिन टेंडर होने के बाद कोई बहानाबाजी नहीं चलना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि सरकारी काम को टालने का काम नहीं चलेगा। ऐसा लगता है कि आपका ठेकेदारों पर नियंत्रण नहीं है। यदि वे कार्य नहीं कर रहे हैं तो ब्लैकलिस्ट करिये। आप स्वयं भी लापरवाही मत करिये।

आप अपना समझ कर काम करायेंगे तो खुशी मिलेगी

निर्माण एजेंसियों की बैठक में कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जहां संबंधित अधिकारियों पर सख्त रवैया अपनाते हुए कड़ी नाराजगी व्यक्त की, वहीं उन्होंने अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी और दायित्वों को भी बताया। कलेक्टर ने कहा कि आपकों शासन ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है। यह कृषि प्रधान जिला है। यहां विकास की अपार संभावनाएं है। आप यहां के किसानों, गरीबों, मजदूरों और उनके परिवार, स्कूली बच्चों के लिए काम करने आये हो।

उनके चलने के लिए अच्छी सड़क, इलाज के लिए अच्छा अस्पताल भवन, पढ़ने के लिए अच्छा स्कूल भवन क्वालिटी के साथ समय पर बना देंगे तो यहां के लोग आपके कार्यों को सदैव याद करेंगे। उन्होंने कहा कि आपके बच्चों को यदि अच्छा स्कूल भवन नहीं मिलेगा। इलाज के लिए अस्पताल भवन, चलने के लिए अच्छी सड़क नहीं मिले तो कैसा लगेगा ? आप यहां है तो इस जिले को अपना मानिए। यहां के लोगों को अपने घर परिवार का सदस्य मानकर (Collector Meet Construction Agencies) कार्य करेंगे तो कार्य में प्रगति दिखेगी ही और आपको खुशी भी मिलेगी।

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