छत्तीसगढ

Road Accident : भयावह हैं प्रदेश के आंकड़े, हर साल होती है इतने लोगों की मौत

रायपुर, 27 अगस्त। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं एक गंभीर समस्या है। आए दिन सड़क दुर्घटना के काफी भयंकर मामलों के बारे आप सुनते और देखते होंगे। जहां हर साल हजारों लोगों कि मौत केवल सड़क हादसे के कारण होती है। जो अपने आप में ही एक गंभीर समस्या है।

छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में वर्ष 2021 के प्रथम सात माह में सड़क दुर्घटनाओं, यातायात नियमों के उल्लंघन तथा प्रवर्तन की कार्यवाही की समीक्षा आर.के.विज. विशेष पुलिस महानिदेशक तथा संजय शर्मा एआईजी ट्रॉफिक द्वारा की गई। समीक्षा के दौरान विशेषकर तेजी एवं लापरवाही से वाहन चालन के कारण सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि परिलक्षित हुई है।

दुर्घटनाओं में मृत्यु दर युवाओं की अधिक

प्रदेश में केवल साल 2021 में, सड़क दुर्घटनाओं के कारण 400 व्यक्तियों की मौत हुई। आंकड़ों से पता चला कि लगभग 70 प्रतिशत दुर्घटनाओं में युवा शामिल है। सड़क दुर्घटनाओं में सवार्धिक मृत्यु 25-35 वर्ष की आयु वर्ग में हुई है। इस वर्ष 960 सड़क दुर्घटनाओं में 400 व्यक्तियों की मौत तो 829 व्यक्ति घायल हुए है।

मामले और उनके कारण

अधिकतर दुर्घटना के मामले दोपहिया वाहनों से हुए। जिसका मुख्य कारण दिन या रात के समय की परवाह किए बिना ओवर स्पीडिंग रहा। इसके अलावा, सड़कों और राजमार्गों पर तेज और जोखिम भरे स्टंट, गैरकानूनी स्ट्रीट रेस पुलिस के लिए परेशानी का कारण बनी। राष्ट्रीय राजमार्ग में 29%, राजकीय राजमार्ग में 19.39% एवं अन्य मार्ग में 51.60% सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु हुई है।

सबसे ज्यादा 79.90% मौतें तेज रफ्तार और हिट एंड रन के कारण हुईं

सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से स्थान व सड़क की त्रुटि, तेजगति, गलत दिशा में, नशे में, लापरवाहीपूर्वक वाहन चालन, हिट एण्ड रन, गाड़ी चलाते समय मोबाईल पर बातें करना, सड़क में मवेशी, प्रकाश की कमी एवं अन्य कारण भी है। सड़क दुर्घटनाओं में सर्वाधिक 79.90% मृत्यु तेज गति तथा हिट एण्ड रन के कारण हुई।

अगस्त महीने में ही 342 लोगों की मौत

माह जुलाई में आवागमन में वृद्धि से कुल 960 सड़क दुर्घटनाओं में 400 व्यक्तियों की मृत्यु एवं 829 व्यक्ति घायल हुए है। गत वर्ष जुलाई की तुलना इस वर्ष माह जुलाई में सड़क दुर्घटनाओं में 7.60 प्रतिशत, मृत्यु में 15.25 प्रतिशत वृद्धि एवं घायलों में 1 प्रतिशत की कमी हुई है।

इस महिने में 25 अगस्त तक 814 सड़क दुर्घटनाओं में 342 व्यक्तियों की मृत्यु एवं 636 व्यक्ति घायल हुए है।

माह जनवरी से जुलाई 2021 में कुल 6456 सड़क दुघर्टनाओ में 2542 व्यक्तियों की मृत्यु तथा 5975 व्यक्ति घायल हुए है। गत वर्ष की तुलना में आलोच्य अवधि में सड़क दुघर्टनाओं में 10.22 प्रतिशत, सड़क दुर्घटना मृत्यु में 27.69 प्रतिशत एवं घायलों की संख्या में 3.14 प्रतिशत की वृद्धि चिंताजनक है।

प्रथम 7 माह इन जिलों में गतवर्ष की तुलना इस वर्ष आई आशिंक कमी

जिला- बलौदाबाजार, बालोद, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाडा में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में इस वर्ष प्रथम 7 माह में आंशिक कमी ।

प्रथम 7 माह इन जिलों में गतवर्ष की तुलना इस वर्ष हुई मृत्युदर में वृद्धि

तथा जिला कोण्डागांव, सूरजपुर, रायगढ़, सरगुजा, गरियाबंद, गौरेला पेण्ड्रा मरवाही, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, कबीरधाम, बिलासपुर, मुगेली, कोरिया, बलरामपुर, जशपुर, जगदलपुर, कांकेर, कोण्डागांव में गतवर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटना मृत्युदर में वृद्धि हुई है।

प्रथम 7 माह में मोटरयान अधिनियम उल्लंघन में वसूले 7 करोड़ से अधिक राशि

वर्ष के प्रथम 7 माह में मोटरयान अधिनियम के उल्लंघन के कुल 2,43,428 प्रकरणों में कार्यवाही कर कुल 7,02,31,850 रूपये समन शुल्क वसूल किये गये है।

इन जिलों में हुई सबसे अधिक कार्यवाही

पूरे प्रदेश में सर्वाधिक कार्यवाही जिला-रायपुर (39732), दुर्ग (29727), बिलासपुर (19371), रायगढ़ (18303), सरगुजा (11512), कोरबा (9444), में की गयी है।

किस महीने में हुए सबसे ज्यादा हादसे

एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस (आईआरएडी) के अनुसार माह अगस्त में खुले मौसम/क्षेत्र में सर्वाधिक तथा क्रमश: दूसरे तथा तीसरेक्रम में बादल, हल्की बारिश के मौसम में तथा वाहन से वाहन टकराने से सवार्धिक एवं वाहन से पैदल यात्री तथा वाहन के किसी वस्तु से टकराने से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई है।

सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं कब होती हैं?

अधिकांश (47.75%) सड़क दुर्घटनाएं दोपहर 3 बजे से रात्रि 9 बजे के बीच हुई हैं। इसलि विशेष पुलिस महानिदेशक आरके विज ने इस समय-खण्ड में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों/ ग्रामीण थाना क्षेत्रों में प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही सहित विशेषकर ओव्हर स्पींडिग, गलत दिशा, नशे में वाहन चालन सहित बिना सीटबेल्ट/हेलमेट के विरूद्ध अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही तथा सड़क सुरक्षा उपकरणों के संधारण/प्रशिक्षण एवं जनजागरूकता के कार्यक्रम हेतु समस्त पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है।

किस वाहनों में हुई सबसे ज्यादा मौतें

  • सर्वाधिक 68.96% मृत्यु मोटर सायकल चालक व सवारों की हुई
  • पैदल यात्री 16.54%
  • सायकल सवार 3.32%
  • कार से 5.22 प्रतिशत
  • हल्के सवारी वाहन से 1.33%
  • माल वाहक वाहन से 1.86%
  • बस से 0.15%
  • ट्रेक्टर से 4.10%
  • ट्रक/ट्रेलर से 1.92%

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