Electricity Employees : चरणबद्ध प्रदर्शन जारी, आज कराया सामूहिक ‘संविदा’ मुंडन
रायपुर, 19 अगस्त। छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कमर्चारी संघ ने नियमितीकरण समेत कई मांगों को लेकर गुरुवार को बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल पर चरणबद्ध धरना प्रदर्शन कर रहे है। 11 अगस्त से चल रही इस हड़ताल में प्रदेश भर से 2500 संविदा कर्मचारी अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। इसी कड़ी को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के करीब 2500 हड़तालियों का सामूहिक मुंडन कराया गया।
राजधानी रायपुर में विद्युत संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर अनोखा विरोध प्रदर्शन कर रहे है। करीब पखवाड़े से चल रही इस हड़ताल में कर्मचारी विभिन्न तरीकों से अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते है।
इस दौरान हड़तालियों ने सड़क पर लेटकर, काली पट्टी बांधकर, मशाल रैली, जमीन पर लुढ़क कर रैली निकाली और रास्ता नापने का प्रदर्शन भी किया।
भूपेश सरकार से उम्मीदें- जायज मांगों को मानेंगे
छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के करीब 2500 कार्यकर्ताओं ने आज एक साथ मुंडन कराया। इस दौरान उन्होंने अपने माथे पर ‘संविदा’ शब्द उकेरा। उनका कहना है कि, उम्मीद है कि भूपेश सरकार उनकी जायज मांगों को मानेगी। उनके कई रिश्तेदारों ने शरीर का कुछ हिस्सा खो दिया और कुछ ने इस दुनिया को छोड़ दिया। हम ऐसे लोगों के लिए मांग कर रहे हैं। बिजली का काम हमेशा जोखिम भरा होता है। हम बिना परवाह किये अपना काम ईमानदारी से करते हैं, फिर भी उपेक्षा का पात्र है।
अगला कदम अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
आपको बताते चले कि विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के पिछले 10 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारी मांग है कि हम संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए। जिनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई है, अपंग हुए हैं, उनको मुआवजा दिया जाए। दो बार हमारी विभागीय अधिकारियों से बातचीत हुई, दोनों बार बातचीत बेनतीजा रहा रहा है। उन्होंने कहा कि फिर भी बात नहीं बनी, तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की शुरुआत करेंगे। फिलहाल हम अनिश्चितकालीन हड़ताल में ही हैं।
विकलांग साथियों को नहीं मिला मुआवजा
छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विवेक भगत, महामंत्री उमेश पटेल ने कहा हमारे 60 से ज्यादा साथी है, जो कार्य के दौरान विकलांग हुए हैं। वहीं 21 कर्मचारियों की मौत हुई है और 20 ऐसे भी साथी कर्मचारी हैं, जो विद्युत दुर्घटना में घायल हुए हैं, इनमें से किसी को भी कोई मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में उनका घर-परिवार कैसे चल रहा होगा, ये किसी ने नहीं सोचा। उन्होंने कहा इसके लिए कई बार मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंप चुके है, फिर भी इस दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है। जबकि अभी मुख्यमंत्री ने घोषणा किया था विद्युत विभाग 2500 पदों पर भर्ती की, लेकिन पहले संविदा में कार्यरत कर्मियों को नियमित नहीं किया और नई भर्ती कर लिए। वहीं पूरे प्रदेशभर में विद्युत संविदा के 2500 कर्मी कार्यरत है। जहां दुर्घटना होने के बाद पूरी तरह से लाभ नहीं दिया जा रहा है।
3 सूत्रीय मांग
- विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में मृत्यु हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में स्थायी-अस्थायी अपंगता का शिकार हो चुके कर्मियों को उचित मुआवजा दिया जाए।
चरणबद्ध हड़ताल
- 11 अगस्त अनिश्चितकालीन हड़ताल का शुभारंभ।
- 12 अगस्त को धरना प्रदर्शन स्थल से विधानसभा घेराव।
- 13 अगस्त को काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च।
- 14 अगस्त को मशाल रैली।
- 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वजारोहण एवं देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए सेनानियों एवं विद्युत संविदा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पण।
- 16 अगस्त को कंपनी प्रबंधन की नई भर्ती नीति के विरोध में मुंडन संस्कार।
- 17 अगस्त को फटा कपड़ा पहनकर भीख मांग कर प्रदर्शन।
- 18 अगस्त को करनाथ (जमीन में लोटकर गुलाटी करना और रास्ता नापना प्रदर्शन।
- 19 अगस्त को मौन व्रत एवं रात्रिकालीन फ्लैश लाइट अभियान।
- 20 अगस्त को अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू।