छत्तीसगढ

Farmers of CG : धान बेचकर हो रहे हैं मालामाल, भुगतान तुरंत…खुश किसान

रायपुर, 18 नवंबर। Farmers of CG : छत्तीसगढ़ में धान बेचकर किसान मालामाल हो रहे हैं। पिछले 17 दिनों में किसानों ने 15 करोड़ रुपए का धान बेचा है। किसानों से इस साल सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। इसका भुगतान किसानों को तुरंत किया जा रहा है।

राज्य सरकार किसान न्याय योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ में 9 हजार रुपए सब्सिडी देगी। इसे 4 किस्तों में भुगतान किया जाएगा। यानी किसानों को धान बेचने पर पैसे मिल ही रहे हैं लेकिन राज्य सरकार भी सब्सिडी देकर किसानों को मालामाल कर रही है।

2 लाख किसानों ने बेचा धान

दरअसल छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान खरीदी जारी है। खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक लगभग 2 लाख 25 हजार 815 किसानों से 7 लाख 36 हजार 475 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। धान के एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 1566.61 करोड़ रुपये का भुगतान जारी कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ ग्रामीण क्षेत्रों में किसान उत्साह के साथ धान खरीदी केन्द्रों में पहुंच रहे हैं और धान बेच रहे हैं।

चेक पोस्ट से कड़ी निगरानी

खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि, 17 नवम्बर को 26 हजार 469 किसानों (Farmers of CG) से 85 हजार 046 मीट्रिक टन धान और ऑनलाइन मिले टोकन के जरिए किसानों से 13 हजार 276 मीट्रिक टन धान की खरीदी की है। इसके लिए किसानों को 17 नवंबर को 32 हजार 993 टोकन और टोकन तुंहर हाथ एप्प के द्वारा 4077 टोकन जारी किए गए थे। वहीं अधिकारी पड़ोसी राज्यों से अवैध धान परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

2 लाख नए किसान बेचेंगे धान

गौरतलब है कि राज्य सरकार का इस साल 110 लाख मीट्रिक टन धान का उपर्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए प्रदेश में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.18 लाख नये किसान हैं। राज्य में धान खरीदी के लिए 2538 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। वहीं खाद्य सचिव ने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए धान का उठाव हो रहा है। अब तक 5 लाख 20 हजार 565 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किए गए हैं। इसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 2 लाख 04 हजार 491 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।

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