जुर्मनई दिल्ली

Forensic Student : हत्यारिन अमृता चौहान नया सच आया सामने…! परिवार ने एक साल पहले ही किया था बेदखल…अखबार में विज्ञापन देकर की थी सार्वजनिक घोषणा…यहां देखें

दिल्ली, 28 अक्टूबर। Forensic Student : दिल्ली के गांधी विहार में आग से जले एक अपार्टमेंट से मिली लाश ने राजधानी की पुलिस को हिला कर रख दिया था। शुरुआती जांच में यह हादसा लगा, लेकिन फोरेंसिक सबूतों ने इसे एक हत्याकांड साबित कर दिया। यह मामला था यूपीएससी अभ्यर्थी रामकेश मीणा की निर्मम हत्या का, जिसे उसकी लिव-इन पार्टनर और फोरेंसिक साइंस की छात्रा अमृता चौहान ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।

अब बड़ा खुलासा

जांच में पता चला है कि 21 वर्षीय अमृता को उसके परिवार ने एक साल पहले ही बेदखल कर दिया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 8 जुलाई 2024 को उसके माता-पिता ने अखबार में विज्ञापन छपवाकर यह सार्वजनिक घोषणा की थी कि उनका उससे कोई संबंध नहीं है। यह विज्ञापन अब अदालत में सबूत के तौर पर पेश किया गया है।

हत्या की पूरी कहानी

दिल्ली पुलिस के अनुसार, अमृता और रामकेश मई 2024 से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों के बीच सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन जब अमृता को पता चला कि रामकेश ने गुप्त रूप से उसके निजी वीडियो रिकॉर्ड किए हैं, तो रिश्ता तनावपूर्ण हो गया। रामकेश ने वीडियो डिलीट करने से इंकार किया, जिससे गुस्से में अमृता ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और उसके दोस्त संदीप कुमार से संपर्क किया। तीनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।

हत्या को हादसा दिखाने की कोशिश

5-6 अक्टूबर की रात सुमित और संदीप मुरादाबाद से दिल्ली पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज में दो नकाबपोश युवक और बाद में एक महिला फ्लैट में दाखिल होते दिखे। रात 2:57 बजे वही महिला और एक युवक बाहर निकलते दिखाई दिए, और कुछ ही मिनट बाद फ्लैट में विस्फोट और आग लग गई।

डीसीपी (नॉर्थ) राजा बंथिया के अनुसार, आरोपियों ने पहले रामकेश का गला घोंटा, फिर उसके शरीर पर घी, तेल और शराब डालकर गैस सिलेंडर का वाल्व खोल दिया ताकि हत्या को हादसे जैसा दिखाया जा सके। अमृता की फोरेंसिक जानकारी ने उसे सबूत मिटाने में मदद की, लेकिन आग का पैटर्न और डिजिटल लोकेशन डेटा ने सच्चाई उजागर कर दी।

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