छत्तीसगढराज्य

Heat Wave Forecast : लोगों के छूटे पसीने, प्रदेश में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार

रायपुर, 28 अप्रैल। Heat Wave Forecast : छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम लोगों की अग्निपरीक्षा ले रहा है। गर्मी से बेहाल है क्योंकि, प्रदेश में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने गुरुवार को अप्रैल महीने का सबसे गर्म दिन होने का अनुमान जताया है।

इस दौरान रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के एक दो पैकेट में लू चलने का अनुमान है। वहीं राजधानी रायपुर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है।

मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को रायगढ़ में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस मापा गया। इस दौरान रायपुर का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं बिलासपुर में 43.4, दुर्ग में 43.2, राजनांदगांव में 42.9, पेंड्रा रोड में 41.6और अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। केवल जगदलपुर में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग ने बताया (Heat Wave Forecast) है, एक द्रोणिका पूर्वी विदर्भ से दक्षिणी तमिलनाडु तक विस्तारित है। प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में उत्तर से गरम और शुष्क हवा और दक्षिणी क्षेत्र में दक्षिण से अपेक्षाकृत ठंडी और नमी युक्त हवा आ रही है। इस से लू और तापमान बढ़ने के साथ प्रदेश में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने और एक-दो स्थानों पर अंधड़ भी चलने की आशंका है।

10 सालों में 4 बार ही 44 तक पहुंचा

मौसम विभाग के मुताबिक, रायपुर में अप्रैल महीने में अब तक की सबसे अधिक गर्मी 30 अप्रैल 1942 को दर्ज किया गया था। उस दिन रायपुर का अधिकतम तापमान 64.1 डिग्री सेल्सियस था। तब से अब तक इतनी गर्मी कभी दर्ज नहीं हुई है। पिछले 10 सालों में चार बार ऐसा हुआ है जब रायपुर का अधिकतम तापमान 44 डिग्री से अधिक हुआ हो। 2016 में 22 अप्रैल को यहां का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस हुआ था। 2017 में 20 अप्रैल को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया। वहीं 2019 में 28 अप्रैल को यह 44.2 डिग्री सेल्सियस था।

जब लू लग जाए, तो कीजिए 10 उपाय

  1. खुले शरीर धूप में न निकलें। अगर निकलना ही पड़े तो धूप में निकलने पर सिर अवश्य ढंके।
  2. अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह ना जाएं।
  3. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
  4. लू लगने पर तत्काल योग्य डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
  5. बुखार तेज होने पर रोगी को ठंडी खुली हवा में आराम करवाना चाहिए।
  6. खान-पान पर खास ध्यान रखे व विशेषकर पानी खूब पीएं।
  7. फलों का जूस, नींबू पानी का इस्तेमाल करें।

लू लगने की पहचान

लू लगने पर शरीर कई तरह के लक्षण दिखाने लगता है, जैसे – बुखार, त्वचा का लाल पड़ना, रूखा होना, गर्म होना, नम होना, नाड़ी का तेज चलना, चक्कर आना, सिरदर्द होना, जी-मिचलाना, घबराहट होना, अधिक पसीना आना और बेहोश होना आदि।

लू लगने से बचाव

लू लगने से बचने के लिए पर्याप्त (Heat Wave Forecast) मात्रा में पानी पिएं। लू से बचने के घरेलू उपाय भी कर सकते हैं, जैसे छाछ, चावल का पानी, नींबू या आम का रस, दाल का सूप का सेवन। इसके अलावा हल्के, ढीले और पूरी आस्तिन के कपड़े पहने, सिर को हमेशा टोपी या कपड़े से ढककर रखें, गर्म कमरों में बैठने से बचें और हवादार, छायादार या एयर कंडिशन कमरे में ही रहें। शरीर के बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने के लिए ठंडे पानी से स्नान करें। इस दौरान शराब और कार्बोनेटेड पेय और सूरज की किरणों से बचें।

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