MLA Dr. Sampat Aggarwal : रक्षाबंधन पर शिव आराधना, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने रुद्राभिषेक कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने रक्षाबंधन पर शिव आराधना कर छत्तीसगढ़ की खुशहाली का लिया संकल्प

रायपुर, 09 अगस्त। MLA Dr. Sampat Aggarwal : श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाने वाला रक्षाबंधन इस वर्ष विशेष आध्यात्मिक और ज्योतिषीय संयोगों के साथ आया। इस दिन श्रावण मास का समापन होता है और भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसी पावन अवसर पर बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने रायपुर स्थित निज निवास वालफोर्ट सिटी में बने शिव मंदिर में सपरिवार रुद्राभिषेक कर प्रदेश की समृद्धि, प्रगति और खुशहाली की कामना की।

विधायक डॉ. अग्रवाल ने कहा कि रक्षाबंधन का यह पर्व केवल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक एकता का भी संदेश देता है। इस वर्ष रक्षाबंधन पर शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, जो किसी भी कार्य को सफल बनाने वाले माने जाते हैं। ऐसे में भगवान शिव की आराधना और रुद्राभिषेक अत्यंत फलदायी है।

उन्होंने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व सभी के जीवन में स्नेह, सुरक्षा और समृद्धि लेकर आए। उन्होंने कहा कि आज शिव आराधना के माध्यम से यही प्रार्थना की है कि छत्तीसगढ़ निरंतर प्रगति करे, हर घर में खुशहाली हो और भाई-बहन का यह पवित्र बंधन और भी मजबूत हो।

विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने इस अवसर पर रक्षाबंधन की पौराणिक कथा बताते हुए कहा कि प्राचीन काल में जब देवताओं और असुरों के बीच युद्ध चल रहा था, तब दानवराज बलि ने तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया था। तब भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर बलि से उसका सब कुछ मांग लिया और उसे पाताल लोक भेज दिया। बलि ने भगवान विष्णु से वचन लिया कि वे उसके साथ पाताल लोक में रहेंगे। देवी लक्ष्मी ने बलि को अपना भाई मानते हुए उसे राखी बांधी और भगवान विष्णु को वापस ले जाने की याचना की। बलि ने बहन लक्ष्मी की रक्षा का वचन निभाते हुए भगवान विष्णु को लौटने की अनुमति दी। तभी से रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के संकल्प का प्रतीक बन गया। विधायक डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यह कथा हमें सिखाती है कि रक्षा का बंधन केवल रक्त संबंध नहीं, बल्कि भावनात्मक और आध्यात्मिक जुड़ाव भी होता है।