रायपुर, 27 अप्रैल। MMU : छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से स्लम क्षेत्र में रहने वाले जरूरतमंद लोगों का ईलाज मोबाइल मेडिकल यूनिट के जरिए किया जा रहा है।
अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को कर रही है पूरा
छोटी-छोटी बीमारी के लिए अपने काम धंधे बंद कर डाक्टरों से अपॉइंटमेंट लेना और कतार में लग कर इलाज कराने गरीबों की यह दिक्कत को ध्यान रखते हुए शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना (MMU) अब अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को न सिर्फ पूरा कर रही है, बल्कि मुहल्ले में ही कैंप लगने से लोगों को इलाज कराने में सहूलियत हुई है। गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को अब बीमार पड़ने पर इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ता।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत गरीब परिवारों का दिल जीत रही है। लोगों को तुरंत इलाज की सुविधा मिलने से वे छत्तीसगढ़ सरकार की स्वास्थ सुविधाओं के लिए की गई पहल की सराहना कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देशन में एवं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की निगरानी में 1 नवंबर 2020 को प्रदेश के 14 नगर पालिक निगमों में प्रारंभ हुई थी। अब इसका फायदा छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों के लोगों को दिया जा रहा है।
दाई-दीदी क्लीनिक में 91 हजार महिलाओं का हुआ इलाज
इस योजना (MMU) से अब तक करीब 19 लाख मरीजों का उपचार हो चुका है। मोबाइल मेडिकल यूनिट अंतर्गत लगने वाले कैम्प और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वालों की संख्या देखी जाए तो हर माह एक लाख से अधिक मरीज मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से इलाज करा रहे है। मोबाइल मेडिकल यूनिटों के जरिए तीन लाख 71 हजार 458 लोगों का लेब टेस्ट एवं 15 लाख 61 हजार 281 मरीजों को निःशुल्क दवा वितरण की गई है। इसी तरह दाई-दीदी क्लीनिक में करीब 91 हजार महिलाओं का इलाज किया गया है।