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National Identity : CM की प्रचेष्टा, ‘गोबर’ के बाद अब ‘बोरे बासी’ की है बारी

रायपुर, 29 अप्रैल। National Identity : छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जिन्होंने ‘गोबर’ को प्रतिष्ठित किया है अब उनकी ही प्रचेष्टा है कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध भोजन ‘बोरे बासी’ को भी देश दुनिया जाने। .इसके लिए उन्होंने खास पहल भी की।

1 मई यानी मजदूर दिवस पर उन्होंने देश के कोने-कोने में बसे छत्तीसगढ़वासियों को ‘बोरे बासी’ खाकर उनके श्रम को सम्मान करने की अपील की है। सीएम की यह पहल कितना रंग लाएगी यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन उनका यह प्रयास निस्संदेह बताता है कि उनका हृदय छत्तीसगढ़ के प्रति संवेदनशील है।

वैसे अगर बात (National Identity) करें ‘बोरे बासी’ से होने वाले फायदों की तो, यह भोजन छत्तीसगढ़ और यहां के लोगों के दिल-दिमाग में रचा बसा है।

अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय

आपको बता दें कि इस चावल के कई फायदों के कारण यह खाना सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही नहीं है, इसके अलावा यह ओडिशा, बंगाल, असम, झारखंड और तमिलनाडु में भी लोकप्रिय है।

तमिलनाडु में इसे पझाय सदन कहा जाता है। इस व्यंजन का बंगाली नाम पान्ता भात कहते है। झारखंड भाषाई समुदाय इसे पानी भात, पाखाल या पखाल, जैसे नामों का उपयोग करते हैं, और असम में इसे पोइता भात कहा जाता है।

गर्मी के मौसम में लू से बचाव के लिए बासी बोरे खाने की सलाह दी जाती है। इसे भुनी हुई सब्जियों जैसे आलू, बैगन, बुराड़ी, साग भाजा, किसी भी तरह की तीखी चटनी और बेशक कच्चे प्याज के साथ परोसा जाता है, इसके साथ ही कोलकाता और बंगाली भाषी लोगों माछ भाजा के साथ बहुत पसंद करते है।

ताकत की होती अनुभूति

चावल पकाकर उसे रात को पानी में डालकर एवं छोड़ दिया जाता है तब उसे सुबह वह चावल ‘बोरे बासी’ के रूप में प्राप्त होता है। ‘बोरे बासी’ त्वचा को स्वस्थ एवं शरीर में किसी भी बीमारी को दूर करने में सहायक प्रदान करता है। एवं विटामिंस सी विटामिन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। बोरे बासी खाने से आदमी को ताकत की अनुभूति होती है स्वस्थ शरीर को ताकत प्रदान करता है।

बोरे बासी खाने (National Identity) से हमारे शरीर में ऊर्जा एवं स्वस्थ शरीर को ताकतवर बनाता है। इसका बासी पानी शरीर थकावट को दूर करता है एवं शरीर के कई प्रकार के रोगों को दूर करने में सहायक प्रदान करता है। यह खासतौर पर यह गर्मियों के दिनों में एक व्यंजन ना होकर दवाई के रूप में भी काम आता है। इससे शरीर में गर्मी एवं पेट दर्द आराम हो जाते हैं।

आती है अच्छी नींद

बासी खाने के बाद प्यास लगती है। इससे व्यक्ति पानी ज्यादा पीता है। पानी ज्यादा पीने से डि-हाइड्रेशन की समस्या अपने-आप खत्म हो जाती है। इसी तरह बासी या बोरे खाने के बाद शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। नींद भी जल्दी और अच्छी आती है। भर्री गर्मी में दिनभर काम करने वाले मजदूरों का तामपान बासी खाने के कारण ही नियंत्रित रहता है।

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