Nava Raipur : प्रभावित किसानों को 7 मार्च से मिलेगा पट्टा, संचालक मंडल ने दी सहमति
रायपुर, 3 मार्च। Nava Raipur : नवा रायपुर के प्रभावित किसानों को 7 मार्च से पट्टा मिलने जा रही है, इसके लिए निदेशक मंडल ने सहमति दे दी है। नवा रायपुर राजधानी परियोजना के तहत प्रभावित किसानों की मांग और मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा की गई सिफारिशों को मान्य किया है।
यह आदेश एनआरएएनवीपी के संचालक मंडल की 69वीं बैठक में बनी सहमति के बाद जारी किया गया। बैठक 25 फरवरी को आयोजित की गई थी। प्रभावित किसानों को पट्टा वितरण सात मार्च से प्रारंभ किया जाएगा।
6 बिंदुओं पर क्रियान्वयन के आदेश जारी
अब इसके तहत 6 प्रमुख बिन्दुओं के क्रियान्वयन के संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में प्रमुख रूप से आवासीय पट्टा वितरण, पात्रता अनुसार 1200 से 2500 वर्गफीट आवासीय भूमि का आबंटन, शासकीय भूमि पर कब्जा जहां पर है वहीं दिया जाना जिसके लिए विलेज डेव्हलपमेंट प्लान के क्रियान्यन के शर्त को शिथिल करना शामिल है।
आगामी निविदाओं में प्रभावित गांव को जोड़ने पर हुई सहमति
बैठक में संचालक मंडल (Nava Raipur) द्वारा किसानों के पक्ष में ऑडिट आपत्तियों के निराकरण के लिए सिंचित एवं असिंचित भूमि के संबंध में पटवारी दस्तावेज एवं वृक्षों के संबंध में वनपाल की रिपोर्ट को प्रमाण मानकर आपत्तियों का निराकरण किए जाने का निर्णय लिया गया है। संचालक मंडल द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि विभिन्न सेवाओं के लिए एनआरएएनव्हीपी द्वारा की जाने वाली आगामी निविदाओं में 60 प्रतिशत कर्मचारी प्रभावित ग्राम से हो, यह शर्त जोड़ने की सहमति दी गई।
लाटरी के माध्यम से प्रभावित परिवारों को दिया जाएगा
संचालक मंडल द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि नवा रायपुर अटल नगर के विभिन्न सेक्टर्स में निर्मित 75 प्रतिशत दुकान, गुमटी, चबूतरा एवं हॉल का आबंटन लागत मूल्य पर आवेदन आमंत्रित कर लाटरी के माध्यम से परियोजना प्रभावित परिवारों को दिया जाएगा।
नवा रायपुर (Nava Raipur) अटल नगर के लेयर-2 के ग्रामों में जमीन की खरीदी-बिक्री के लिए अनुमति की आवश्यकता से मुक्त करने की भी अनुशंसा की गई। यह सभी प्रक्रिया आगामी तीन माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। पट्टा वितरण 7 मार्च 2022 से प्रारंभ किया जाएगा।
किसान आज रैली निकालकर दर्ज कराएंगे विरोध
नवा रायपुर के प्रभावित किसान गुरुवार को रैली निकालकर विरोध करने की तैयारी में हैं। किसान नेता रुपन चंद्राकर ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर प्रभावित क्षेत्र के किसान आंदोलन करेंगे। धरनास्थल से मंत्रालय के रास्ते में रैली निकाली जाएगी। यह रैली शांतिपूर्वक तरीके से मंत्रालय महानदी भवन से चांदनी चौक होते हुए निकाली जाएगी।