Nude Party : न्यूड पार्टी पोस्ट पर गरमाई सियासत…! विपक्ष ने घेरा सरकार को…BJP की सलाह- दलगत राजनीति से…?

रायपुर, 13 सितंबर। Nude Party : राजधानी रायपुर एक बार फिर एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर सियासी और सामाजिक हलकों में सुर्खियों में है। इंस्टाग्राम पर सिनफुल राइटर1 नामक आईडी से कथित रूप से न्यूड पार्टी आयोजित करने का पोस्ट वायरल हुआ है, जिसके बाद विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को तूल दे दिया है।
वायरल पोस्ट में 18+ कपल्स, युवतियों और महिलाओं के लिए एक न्यूड पार्टी का उल्लेख है, साथ ही आयोजन की तारीख और संभावित स्थान भी इंगित किया गया है। इसके बाद से राजधानी में सामाजिक अशांति, नैतिकता और कानून व्यवस्था को लेकर बहस तेज हो गई है।
विपक्ष हमलावर
कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस पोस्ट को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा, छत्तीसगढ़ की राजधानी अब अश्लील आयोजनों का अड्डा बनती जा रही है। यह सरकार की शिथिल कानून व्यवस्था और ढीली नैतिक निगरानी का परिणाम है। हिंदू संगठनों ने भी इस मुद्दे पर विरोध जताते हुए कहा है कि, सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह किया जा रहा है और धार्मिक व सामाजिक मूल्यों का खुला मजाक उड़ाया जा रहा है।
नैतिकता बनाम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
समाजशास्त्रियों और साइबर विश्लेषकों की राय इस प्रकरण में दो भागों में बंटी हुई है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के पोस्ट “मुक्त अभिव्यक्ति” के नाम पर अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे युवाओं में विकृति फैल सकती है। धार्मिक भावनाओं, परंपराओं और सामाजिक आचारसंहिता के खिलाफ यह एक सांस्कृतिक आक्रमण माना जा सकता है।
जबकि दूसरा धड़ा मानती है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग या पब्लिसिटी स्टंट। उनका कहना है कि, कई मामलों में वायरल पोस्ट केवल सनसनी फैलाने या मार्केटिंग स्ट्रैटजी का हिस्सा भी होते हैं। पुलिस की जांच से स्पष्ट होगा कि यह पोस्ट वास्तविक था या मात्र अफवाह।
दलगत राजनीति से ऊपर उठने की सलाह
उधर मंत्री श्याम बिहार जायसवाल ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी इस बात को समझ नहीं पा रही है कि यह ऋषि, मुनियों और संतों का देश रहा है। इस बात की मुझे बहुत चिंता है, दु:ख है। इस प्रकार का आयोजन नहीं होना चाहिए। यहां तक कि किसी को भी इस विषय में सोचना भी नहीं चाहिए। कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि कांग्रेस हर चीज में राजनीति करती है। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्हें ऐसे आयोजनों को रोकने का प्रयास करना चाहिए।
आईटी कानून के अंतर्गत सख्त धाराएं
यदि यह पोस्ट फर्जी या भड़काऊ पाया जाता है, तो आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66(A), 67, और भारतीय दंड संहिता की धाराएं 292 (अश्लील सामग्री), 505 (अफवाह फैलाना) आदि के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।