Pitru Paksha 2025 : जब लौटते हैं हमारे पूर्वज…! पितरों की शांति और आशीर्वाद पाने के लिए करें ये 4 पुण्य कर्म…यहां चरण दर चरण देखें

धर्म डेस्क, 19 सितंबर। Pitru Paksha 2025 : हिंदू धर्म में पितृपक्ष को अत्यंत पवित्र और श्रद्धा से परिपूर्ण समय माना गया है। यह 16 दिवसीय काल दिवंगत पितरों की आत्मा की शांति, तृप्ति और मोक्ष के लिए समर्पित होता है। शास्त्रों के अनुसार, पितृपक्ष में श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण जैसे धार्मिक कर्मों का विशेष महत्व होता है।
इस वर्ष पितृपक्ष का समापन 21 सितंबर 2025 (शनिवार) को ‘सर्वपितृ अमावस्या’ के दिन होगा, जो उन सभी पितरों को समर्पित है जिनकी तिथि ज्ञात नहीं होती।
पितृपक्ष में करें ये शुभ उपाय, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद
1. पक्षियों और जानवरों को भोजन कराना
धार्मिक मान्यता है कि जीव-जंतुओं और पक्षियों को भोजन कराने से पितरों की आत्मा को तृप्ति मिलती है। जब हम उनके नाम से अन्न या जल अर्पण करते हैं, तो वे प्रसन्न होकर परिवार को आशीर्वाद देते हैं। यह कार्य विशेष रूप से पुण्यदायी माना जाता है।
2. दक्षिण दिशा में दीपक जलाना
शास्त्रों के अनुसार दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है। पितृपक्ष में इस दिशा में घी का दीपक जलाना शुभ होता है। इससे पितृदोष का शमन होता है और पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है।
3. पीपल के पेड़ की पूजा
पीपल वृक्ष को देवताओं और पितरों का वास स्थल माना गया है। पितृपक्ष में पीपल को जल चढ़ाना, उसकी पूजा करना और दीपदान करना अत्यंत शुभ होता है। इससे पितृ कृपा बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
4. दान करें – अन्न, वस्त्र, घी आदि
पितृपक्ष में किया गया दान कई गुना फल देता है। श्रद्धा और सामर्थ्य अनुसार अन्न, वस्त्र, धान्य, तिल, घी आदि का दान करने से पितरों को शांति मिलती है। मान्यता है कि इससे पितृदोष दूर होता है और जीवन में आने वाले संकट टलते हैं।
ज्योतिषीय मान्यता और आध्यात्मिक लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितृपक्ष में किए गए पुण्य कार्य सात पीढ़ियों तक का कल्याण करते हैं। इन उपायों से न केवल पितरों की आत्मा को संतोष मिलता है, बल्कि जातक के जीवन में धन, स्वास्थ्य और सुख में वृद्धि होती है।
पितृपक्ष केवल परंपरा नहीं, बल्कि पूर्वजों के प्रति श्रद्धा (Pitru Paksha 2025) और कृतज्ञता का समय है। अगर इस अवधि में श्रद्धा और नियम से धार्मिक कार्य किए जाएं तो पितरों की कृपा से जीवन में सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं।