
रायपुर, 07 मई। Summer Camp : प्रजापिता ब्रह्मïकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा चौबे कालोनी में आयोजित समर कैम्प में साइबर ठगी से बचने और इन्टरनेट का सावधानी से इस्तेमाल करने के लिए साईबर एक्सपर्ट सोनाली गुहा ने बच्चों को बहुत सारी उपयोगी जानकारी दी।

उन्होंने बतलाया कि 14 साल से कम उम्र के बच्चे सोशल मीडिया में अपना एकाउण्ट नहीं बना सकते। यह गैर कानूनी है। यदि वह इन्टरनेट का उपयोग करते हैं तो अपने अभिभावक की देखरेख में करें। चाहे कोई कितना ही अच्छा दोस्त क्यों न हो अपनी निजी जानकारी कभी किसी को न बतलानी चाहिए। कई हैकर्स बच्चों के साथ दोस्त बनकर उनकी व्यक्तिगत जानकारियाँ हासिल करने का प्रयास करते हैं।

उन्होंने बच्चों को सावधान करते हुए कहा कि कभी-कभी इन्टरनेट सर्च करते समय कई बच्चे अचानक ही पापअप (अचानक खुलने वाला विण्डो) के रूप में आए डार्क वेब में चले जाते हैं। डार्क वेब का निर्माण अच्छे कामों के लिए किया गया था किन्तु हैकर उसे अपने कन्ट्रोल में करके उसका गलत इस्तेमाल करने लगे हैं। कई बच्चे ब्राउजर में दिए गए लिंक के माध्यम से भी डार्क वेब को खोल बैठते हैं। दरअसल डार्कवेब इन्टरनेट का वह हिस्सा होता है जिसका उपयोग लोग कानून और लोगों से अपनी पहचान छिपाने के लिए करते हैं। डार्कवेब हमारे कम्प्यूटर सिस्टम में पापअप के रूप में आता है। उसमें ओके और कैंसल का बटन भी दिया होता है लेकिन इसे कैंसिल करने पर वह ओके ही रिसीव करता है इसलिए उसे कैंसल करने की बजाय क्लोज करना चाहिए।
उन्होंने साईबर स्कैम की चर्चा करते हुए कहा कि कभी कभी किसी परिचित का वीडियो या आडियो काल आपके पास आ जाता है। ऐसे समय में तुरन्त प्रतिकिया न देकर पहले बड़ों को बताकर वेरीफाई जरूर कर लेना चाहिए अन्यथा मुसीबत में पड़ सकते हैं। इसी प्रकार जब बच्चियाँ कपड़ा लेने जाती हैं तो कपड़ा ट्राई करते समय यह चेक कर लें कि चेन्ज रूम में कैमरा तो नहीं लगा है? उसके लिए मोबाईल में हिडन कैमरा डिटेक्टर एप इन्स्टाल कर लें। अगर आस पास कोई कैमरा होगा तो मोबाईल ब्लिंक करेगा।

उन्होंने बतलाया कि कई बार मोबाईल चेन्ज करने के बाद हम पासवर्ड भूल जाने के कारण नया ईमेल एकाउण्ट बना लेते हैं। लेकिन जो पुराना एकाउण्ट छोड़ दिया है वह यदि किसी क्रिमिनल्स के हाथ में आ गया तो तकलीफ हो सकती है। इसलिए शासन के साईबर क्राईम वेबसाईट पर जाकर एकाउण्ट बन्द करने का आवेदन करना चाहिए। इसी तरह की अनेक उपयोगी जानकारी उन्होंने बच्चों को दी।
रंगोली आर्टिस्ट नेे सीखलाई बच्चों को कला की बारीकियाँ…
दूसरे सत्र में रंगोली आर्टिस्ट हितेन्द्र देवांगन ने बच्चों को बतलाया कि दुनिया में अनेक कलाएं हैं उनके कलाकार भी बहुत सारे हैं। लेकिन एक चीज जो सभी कलाकारों में कामन है वह है एकाग्रता। कुछ लोग एकाग्रता के लिए नशे का सहारा लेते हैं किन्तु सबसे अच्छा साधन है मेडिटेशन करना। इससे जीवन अनुशासित बनता है। उन्होंने ड्राईंग, पेन्टिंग और क्राफ्टिंग में अन्तर बतलाते हुए बच्चों को सीधी लाईन खींचना, कर्व बनाना, गोलाकार, शंक्वाकार आदि तरह-तरह की आकृति बनाना और उनका ड्राइंग एवं पेन्टिंग आदि में उपयोग करना सिखलाया।उन्होंने लाईट व डार्क शेडिंग देकर पेन्टिंग को आकर्षक बनाने का तरीका भी बतलाया।
उन्होंने बतलाया कि ब्रश दो प्रकार के होते हैं राउण्ड और फ्लैट। राउण्ड ब्रश पत्ती आदि बनाने में उपयोग होता है जबकि फ्लैट ब्रश का उपयोग किसी जगह को भरने के लिए किया जाता है। उन्होंने ड्राईंग शीट में ब्रश को चलाना भी सिखलाया। बच्चों ने सीखकर सुन्दर-सुन्दर चित्र बनाकर दिखलाया।
