अंतरराष्ट्रीयव्यापार

Tesla जनवरी में कर सकती है भारत में लॉन्च की घोषणा, इस राज्य में बनेगा एलन मस्‍क की टेस्‍ला का पहला प्‍लांट

नई दिल्ली, 30 दिसम्बर। Tesla : देश में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग तेजी से बढ़ रही है. वर्तमान में भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की हिस्सेदारी 2.4 फीसदी है. लेकिन अब भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है. भारत में टेस्ला की एंट्री होने जा रही है गुजरात में टेस्ला (Tesla) कंपनी प्लांट लगाएगी.

ईवी निर्माता अपना मैन्युफेक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए सरकार (Gujrat Government) के साथ जमीन के लिए बातचीत कर रही है. टेस्ला के मैन्युफेक्चरिंग प्लांट की सानंद में लगने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया है कि टेस्‍ला का जहां प्‍लांट लग सकता है, वहां पर टाटा मोटर्स (Tata Motors) जैसे कार निर्माता पहले से हैं. ऐसे में टेस्‍ला के लिए भारत में कारोबार चुनौतिपूर्ण हो सकती है. गुजरात में अन्य भारतीय कार निर्माताओं जैसे मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) और एमजी मोटर (MG Motor) के भी प्लांट हैं.

Tesla को लेकर सरकार का आया जवाब

इधर, गुजरात सरकार के प्रवक्ता ऋषिकेश पटेल का कहना है कि एलान मस्‍क (Elon Musk) गुजरात आएंगे तो उनका भी पूरा सहयोग सरकार की ओर से मिलेगा. हालांकि अभी इसपर बातचीत जारी है और कुछ दिनों में इस पर ऐलान हो सकता है. उन्‍होंने कहा कि गुजरात में फोर्ड और Tata के भी प्‍लांट हैं, जिन्‍हें राज्‍य की ओर से पूरा सहयोग दिया जा रहा है.

हाल ही में केंद्र सरकार ने बताया था कि देश में EV के इम्पोर्ट पर टैक्स में छूट देने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा. टेस्ला ने देश में अपनी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री शुरू करने के लिए सरकार से इम्पोर्ट टैक्स में छूट देने की मांग की थी. टेस्ला और अन्य विदेशी कार मेकर्स को लोकल कंपोनेंट्स से वैल्यू एडिशन को लेकर और इम्पोर्ट टैक्स में सब्सिडी से जुड़े एक प्रश्न पर, मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कॉमर्स एंड इंडस्ट्री Som Parkash ने कहा था कि ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री के लिए सरकार ने 25,938 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ एक प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम की घोषणा की थी. उनका कहना था कि इसका उद्देश्य EV सहित एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी वाले प्रोडक्ट्स की देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना है. EV के इम्पोर्ट पर टैक्स में सब्सिडी देने का कोई प्रपोजल नहीं है.

टेस्ला ने सरकार से EV पर 40 प्रतिशत का इम्पोर्ट टैक्स लगाने का निवेदन किया था. देश में इम्पोर्ट किए जाने वाले व्हीकल्स पर 60 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक का टैक्स है. टेस्ला को सरकार ने देश में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने और EV की मैन्युफैक्चरिंग करने को कहा है. EV की कॉस्ट को घटाने के लिए कंपनी की देश में बैटरी बनाने की भी योजना है.

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