छत्तीसगढ

कमिश्नर, डिप्टी कलेक्टर, सीएमएचओ ने भी लगवाई बूस्टर डोज, पहले दिन जिले के 55 सेंटर्स में लगाया गया बूस्टर डोज

बिलासपुर, 10 जनवरी। बिलासपुर जिले में स्वास्थ्य कर्मियों को बूस्टर डोज लगाकर वैक्सीनेशन की शुरूआत हुई। जिले के असिस्टेंट नोडल अधिकारी डीएच, वैक्सीनेशन डॉ. यश अग्रवाल ने जिला अस्पताल में बूस्टर डोज लगवाकर टीकाकरण अभियान की शुरूआत की। इसके बाद संभागीय कमिश्नर डॉ. संजय अलंग, डिप्टी कलेक्टर मनोज केसरिया, सीएमएचओ सह सिविल सर्जन बिलासपुर डॉ. प्रमोद महाजन ने भी बूस्टर डोज लगवाया।

कोविड वैक्सीन का दोनों डोज पूरा होने और 9 माह की अवधि पूरी होने के बाद जिला अस्पताल पहुंचकर उन्होंने बूस्टर डोज लगवाया। इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स एवं 11 अप्रैल 2021 तक जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज ले ली थी, उन लोगों ने बूस्टर डोज लगवाए। खास कर 60 प्लस वाले लोगों में बूस्टर डोज को लेकर खासा उत्साह देखा गया।

इस संबंध में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैमुअल ने बताया “केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 प्लस बीमार लोगों को बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दी गई है। ऐसे में स्वास्थ्य कर्मियों से ही बूस्टर डोज की शुरूआत जिले में की गई है।

फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थ्य विभाग और 60 प्लस के लोगों को वैक्सीन का बूस्टर (प्रिकॉशन) डोज लगाने के लिए जिला प्रशासन, निगम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से तैयारी की है। आवश्यकता पड़ी तो वैक्सीनेशन सेंटर और बढ़ाए जाएंगे। पहले दिन जिले के सभी 55 वैक्सीनेशन सेंटर्स में बूस्टर डोज लगाने के लिए स्टॉफ समय से पहुंच गया था।

बूस्टर डोज उन्हें ही लगाया जाएगा जिन्हें दूसरा डोज लगकर 39 हफ्ते यानी 9 माह पूरे हो चुके हैं और कोविड पोर्टल पर रजिस्टर्ड हैं। अभी बूस्टर डोज के लिए 21,000 लोगों में 13,000 हेल्थ वर्कर्स, 6,000 फ्रंट लाइन वर्कर्स एवं 60 प्लस लोग शामिल हैं।

नहीं हुई कोई दिक्कत

डिप्टी कलेक्टर मनोज केसरिया ने बताया “बूस्टर डोज लेने के बाद किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। लोग डरें नहीं , कोविड बचाव का टीका जरूर लगवाएं। असिस्टेंट नोडल अधिकारी डीएच वैक्सीनेशन बिलासपुर डॉ. यश अग्रवाल ने बताया बूस्टर डोज वैक्सीनेशन की शुरूआत कर उन्हें बहुत खुशी महसूस हो रही है। पहला और दूसरा डोज लगाने के बाद दर्द हुआ था, मगर बूस्टर डोज लगवाने में कोई दर्द भी नहीं हुआ। हालांकि ऑब्जर्वेशन में रहा लोगों को कोविड से सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगवानी चाहिए।

11 अप्रैल के बाद वाले लौटे मायूस होकर

अधिकारी डॉ. अग्रवाल ने बताया 60 प्लस लोगों में बूस्टर डोज को लेकर खासा उत्साह देखा गया। सोमवार को वैक्सीनेशन का पहला दिन था। निर्देशानुसार कोविन पोर्टल में 11 अप्रैल 2021 तक दोनों डोज पूरा किए लोगों को ही बूस्टर की डोज लगाए जाने की अनुमति सोमवार को दी गई थी। लेकिन सुबह जिला अस्पताल में कई ऐसे बुजुर्ग भी पहुंचे थे जिन्होंने 12 अप्रैल को दूसरा डोज लिया था। कुछ देर तो उन्हें लगा कि बूस्टर डोज लगवाने से उन्हें क्यों मना किया जा रहा है, हालांकि उन्हें समझाकर विदा कर दिया गया। पोर्टल के नियमानुसार उन्हें भी बूस्टर डोज लगाया जाएगा।

नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं

बूस्टर डोज के लिए कोविन ऐप पर नए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी नहीं है। टीकाकरण केन्द्र में बूस्टर डोज के पात्र लोगों को सेंटर में जाने के बाद उन्हें आधार कार्ड या सेकंड डोज का सर्टिफिकेट दिखाने पर बूस्टर डोज लगाया जाएगा।

बूस्टर डोज वही वैक्सीन लगेगी जो पहले और दूसरे डोज में लगी है- जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सैमुअल ने बताया- कोविड-19 की बूस्टर डोज में वही वैक्सीन लगाई जाएगी जो पहले दी गई थी। जिन लोगों ने पहले को-वैक्सीन ली है, उन्हें को-वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड की दो खुराक मिली है, उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन की ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी।

सतर्कता है बहुत जरूरी

असिस्टेंट नोडल अधिकारी डीएच वैक्सीनेशन डॉ. यश अग्रवाल ने बताया कोविड के संक्रमण से टीका ही बचा सकता है। इसके साथ-साथ कोविड महामारी से बचने के लिए कोविड मापदंडों को अपनाना बहुत जरूरी है। लोगों को सतर्क रहते हुए मास्क लगाने, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने और थोड़ी-थो़ड़ी देर में साबुन से हाथ धोने, सेनेटाइजर का उपयोग करने की सलाह दी।

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