खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के प्रशिक्षण की सूची पर सवाल !
रायपुर। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने दूसरे बैच के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के प्रशिक्षण की जो सूची तैयार की है, उस सूची के पहले नाम को लेकर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल विवाद नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर उठा है. चूंकि संबंधित अधिकारी का मामला कोर्ट में लंबित हैं, लिहाजा प्रशिक्षण के लिए तैयार सूची में नाम शामिल होने पर आपत्ति जताई जा रही है.
मामला खाद्य सुरक्षा अधिकारी संघर्ष मिश्रा से जुड़ा है. विभागीय सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ गठन के बाद साल 2003-04 में खाद्य एवं औषधि विभाग में पदस्थ निरीक्षक रिटायर हो गए, तब लैब टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ संघर्ष मिश्रा को खाद्य निरीक्षक की ट्रेनिंग देकर विकल्प तैयार किया था, लेकिन साल 2013-14 में खाद्य निरीक्षकों की भर्ती के बाद विभाग ने उन्हें फील्ड से वापस लैब भेज दिया. इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट गए संघर्ष मिश्रा को स्टे भी मिला. बताते हैं कि उन्होंने कोर्ट में यह दलील दी थी कि एक्ट में प्रावधान है कि खाद्य निरीक्षक की नियुक्ति के लिए नोटिफिकेशन किया जाता है, उनकी नियुक्ति के बाद नोटिफिकेशन किया गया. कोर्ट ने इस दलील के बाद ही उन्हें स्टे दिया. इधर विभाग के आला अधिकारी बताते हैं कि कोर्ट से स्टे मिलने के बाद संघर्ष मिश्रा न तो खाद्य निरीक्षक के रूप में नियमित सेवा देते रहे है और न ही लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहे हैं.
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियंत्रक ने 26 अगस्त से 31 अगस्त तक दूसरे बैच के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के प्रशिक्षण की जो सूची तैयार की, उसमें पहला नाम ही संघर्ष मिश्रा का रखा गया. इस मामले में कंट्रोलर एस एन राठौड़ से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल नंबर कवरेज क्षेत्र के बाहर बताता रहा ।